ग्रे मैटर्स आइलेट्स सेंटर के हिसाब में करोड़ों की गड़बड़
आयकर विभाग की ओर से अजीत रोड स्थित ग्रे मैटर्स आइलेट्स सेंटर में किए गए सर्वे के दौरान हिसाब-किताब में कथित रूप में भारी गड़बड़ी पाई गई है।
सुभाष चंद्र, ब¨ठडा : आयकर विभाग की ओर से अजीत रोड स्थित ग्रे मैटर्स आइलेट्स सेंटर में किए गए सर्वे के दौरान हिसाब-किताब में कथित रूप में भारी गड़बड़ी पाई गई है। सेंटर में सर्वे का काम बेशक उसी रात बारह बजे के करीब खत्म हो गया था, लेकिन विभागीय स्तर पर गड़बड़ी का हिसाब लगाने का अभी भी अधिकारियों का काम चल रहा है। आयकर विभाग के अनुसार यह गड़बड़ी लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों रुपये है। इसका मंगलवार तक सही पता चल पाएगा। गौरतलब है कि आयकर विभाग की टीम ने बीते वीरवार की सुबह ग्रे मैटर्स सेंटर में अचानक दबिश दी थी। ज्वाइंट कमिश्नर पीके शर्मा की अगुवाई में आयकर विभाग की आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों की टीम ने देर रात के बारह बजे सेंटर तक सेंटर का पूरा रिकॉर्ड अपने कब्जे में लेकर सर्वे किया था। विभाग के अनुसार गड़बड़ी के पुख्ता इनपुट के आधार पर किए गए इस सर्वे के दौरान जहां इस सेंटर में को¨चग लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या एवं उनसे वसूल की जाने वाली फीसों की स्टेटमेंट तैयार की थी, वहीं विद्यार्थियों से भी जानकारी हासिल की थी। यूं तो इस सेंटर की ऑनर एक महिला है, लेकिन कामकाज एक अन्य व्यक्ति देखते हैं। सर्वे के समय वह दिल्ली में बताए जा रहे थे। बीते शुक्रवार की सुबह वह वापस दिल्ली से वापस पहुंचे तो उनसे भी जानकारी के अलावा विभिन्न बुक्स हासिल कीं।
दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए आयकर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर पीके शर्मा ने बताया कि इस संस्था के बारे में जो इनपुट मिले थे, उसी के आधार पर ही यह सर्वे का काम शुरू किया गया था। यह काम अभी भी चल रहा है। गड़बड़ी का छोटा मामला होता तो उसी समय ही हिसाब-किताब कर देते। चूंकि गड़बड़ी बहुत बड़ी है, इसलिए पूरी कैलकुलेशन करने में समय लग रहा है। यह गड़बड़ी लाखों में नहीं, बल्कि करोड़ों रुपये में है। बड़े मामलों में टाइम तो लगता ही है। सेंटर की संचालक बेशक एक महिला है, लेकिन काम कोई और व्यक्ति देखता है।