डिप्टी डायरेक्टर के दौरे से पहले सेहत अधिकारियों ने खामियों पर डाला पर्दा
प्रदेश में मोहाली के बाद बठिडा जिला दूसरा ऐसा जिला है जहां पर सबसे ज्यादा डेंगू के केस मिल रहे है।
नितिन सिगला,बठिडा
प्रदेश में मोहाली के बाद बठिडा जिला दूसरा ऐसा जिला है, जहां पर सबसे ज्यादा डेंगू के केस मिल रहे है। जिले में शनिवार को एक बार फिर 70 नए मरीज सामने आने से डेंगू के कुल मरीजों का आंकड़ा 1760 हो गया है। आए दिन बढ़ रहे डेंगू मरीजों के मद्देनजर शनिवार को सेहत विभाग की डिप्टी डायरेक्टर डा. निशा साही ने बठिडा का दौरा किया। तय दौरे के दौरान उन्होंने वैसे तो अलग-अलग एरिया में जाकर हालात का जायजा लेने के अलावा सेहत विभाग की तरफ से सिविल अस्पताल में बनाए गए डेंगू वार्ड का निरीक्षण भी करना था, लेकिन जिला सेहत विभाग के अधिकारी पूरा समय उन्हें घेर रहे और उनके आने से पहले ही बनाई गई योजना के तहत सिर्फ उन्हीं जगहों का निरीक्षण करवाया, जहां पूरी तरह से साफ-सफाई और सुविधाओं का इंतजाम कर दिया गया था। ऐसे में डिप्टी डायरेक्टर भी पर्दे के पीछे की सच्चाई जाने बिना ही लौट गई।
मैडम के दौरे की स्थानीय अधिकारियों पहले से खबर थी। ऐसे में उनके आने से कुछ समय पहले उस एरिया में डेंगू एंटी लारवा की टीम भेजी गई, जहां डेंगू के मरीज ज्यादा मिल रहे थे। वहीं फागिग की टीम पहले से ही भेजी जा चुकी थी ताकि डायरेक्टर के पहुंचने पर उक्त टीमें काम करती दिखाई दें। टीम एक-दो लोगों से बातचीत करने के बाद वापस सिविल अस्पताल लौट आई, जबकि किसी भी घर में लारवा तक चेक नहीं किया गया। इसके बाद डिप्टी डायरेक्टर ने ओपीडी की पहली मंजिल पर बनी लैब का दौरा किया। इस दौरान केवल स्टाफ से बातचीत की, जबकि लैब के बाहर बैठे मरीजों व उनके स्वजनों से कोई समस्या तक नहीं पूछी। करीब एक घंटे तक एसएमओ के दफ्तर में अधिकारियों से मीटिग करने के बाद डेंगू वार्ड का दौरा किया और अधिकाररियों को दिशा-निर्देश देकर चली गई। पर्दे के पीछे की सच्चाई.. डेंगू वार्ड के नीचे ही पानी में पनप रहा मच्छर वहीं सच्चाई यह है कि सिविल अस्पताल में बनाए गए डेंगू वार्ड के नीचे पानी का जमावड़ा लगा हुआ है। उस पर सैंकड़ों मच्छर पनप रहे हैं। वार्ड के आसपास साफ-सफाई का बुरा हाल है। यहां का दौरा करने के बजाय डिप्टी डायरेक्टर ओपीडी ब्लाक और डेंगू वार्ड के अंदर का निरीक्षण कर अधिकारियों को दिशा-निर्देश देकर चली गई। इस दौरान सिविल अस्पताल में निशुल्क डेंगू इलाज का आइना दिखाते हुए एक मरीज ने बताया कि डेंगू वार्ड में पैरा सेटिमोल की दवा तक नहीं मिल रही है। वह भी उन्हें बाहर से खरीदनी पड़ रही है, जबकि सेहत विभाग के अधिकारी केवल कागजी दावे करते नजर आए। पूरा दिन डेंगू वार्ड को चमकाते नजर आए सफाई कर्मचारी शनिवार को सेहत विभाग की डिप्टी डायरेक्टर डा. निशा साही के आने की खबर पहले से ही होने के कारण सेहत विभाग अपनी खामियों को छिपाने में जुट गया। पूरे अस्पताल परिसर की अच्छी तरह से साफ-सफाई की गई। व्हीलचेयर से लेकर दरवाजे खिड़कियों को भी अच्छी तरह से साफ किया गया ताकि कहीं पर गंदगी दिखाई न दे। इतना ही नहीं आम दिनों में महज एक बार डेंगू वार्ड की सफाई होती है, लेकिन शनिवार को पूरा दिन सफाई कर्मी डेंगू वार्ड में सफाई करते नजर आए। बैड पर साफ चादरें बिछाने से लेकर नई मच्छरदानी तक लगाई गई ताकि अधिकारियों को लगे कि बठिडा में डेंगू मरीजों का अच्छी तरह से ख्याल रखा जा रहा है।
डेंगू की मौजूदा स्थिति जिले में डेंगू मरीजे 170
अब तक टेस्ट 3105
अब तक संदिग्ध मरीजों की मौत 2
शनिवार को नए मरीज मिले 70
शहरी एरिया में डेंगू के मरीज 1580
देहाती एरिया में डेंगू मरीज 111
सरकारी अस्पताल में दाखिल मरीज 19
प्राइवेट अस्पताल में दाखिल मरीज 45
अब तक घरों में मिला लारवा 1650
इन एरिया में सबसे ज्यादा डेंगू मरीज
परसराम नगर 17
उधम सिंह नगर 19
गुरु की नगरी 19
अमरपुरा बस्ती 13
बाबा दीप सिंह नगर 22
धोबियाना बस्ती 8
माडल टाउन फेस वन 10