एक जून से ई-संजीवनी ऑनलाइन ओपीडी पर शुरू होगी गायनेकोलॉजिकल सेवा
ई-संजीवनी ऑनलाइन ओपीडी पर एक जून से गायनेकोलॉजिकल सेवा भी शुरू होने जा रही है।
जासं, बठिडा : ई-संजीवनी ऑनलाइन ओपीडी पर एक जून से गायनेकोलॉजिकल सेवा भी शुरू होने जा रही है। यह जानकारी सिविल सर्जन बठिडा डॉ. अमरीक सिंह संधू ने दी। डॉ. संधू ने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर अस्पतालों में भीड़ को रोकने के लिए टेलीमेडिसन प्रोग्राम राज्य भर में शुरू हो चुके हैं। आम बीमारियों के अलावा अब सेहत विभाग जच्चा-बच्चा सेहत संभाल सेवाएं (एमसीएच) को यकीनी बनाने के लिए 1 जून से जच्चा-बच्चा सेवा मुहैया करवाने के मकसद के साथ ई-संजीवनी ओपीडी की शुरुआत करने जा रहे हैं। कोविड-19 महामारी में गर्भवती महिलाओं के प्रबंधन के लिए यह सेवाएं बहुत मददगार होंगी। इस अधीन दवाएं, खुराक और आम देखभाल की सलाह भी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जच्चा-बच्चा ओपीडी का समय सोमवार से शनिवार तक सुबह 8 से साढ़े 9 बजे तक होगा। इसकी जिले में डाक्टरों को ट्रेनिग भी दी जा चुकी है, जोकि ई-संजीवनी ओपीडी के जरिए गर्भवती महिलाओं को सेहत सेवाए प्रदान करेंगे। डॉ. संधू ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा लोगों को निरंतर सेहत सुविधाएं देने के लिए जनहित में एक नया प्रयोग किया गया है। इसके तहत सी डैक मोहाली द्वारा विकसित एकीकृत टेली मेडिशनल शड्यूशिन ई संजीवनी ऑनलाइन ओपीडी सुविधा की शुरुआत की है। इस सुविधा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के आम लोग ऑनलाइन ओपीडी के माध्यम से अधिक से अधिक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली लोगों को घर बैठे वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से माहिर डॉक्टरों से जोड़कर अपनी सेहत संबंधी या बीमारियों का इलाज पाने के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान कर रही है। ई संजीवनी का मुख्य उद्देश्य शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सेहत सेवाओं में समानता लाना है।उन्होंने इस संजीवनी ओपीडी की विशेषताओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रणाली में मरीजों की रजिस्ट्रेशन, टोकन जनरेशन, संबंधित डॉक्टर के साथ ऑडियो वीडियो कॉन्फ्रेंसिग, ई प्रिसक्रिप्शन, एमएमएस एवं ई मेल नोटीफिकेशन और राज्य के डॉक्टरों द्वारा सलाह, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा निशुल्क है। उन्होंने बताया कि ई संजीवनी की यह सुविधा कौवा पंजाब एप में उपलब्ध है। मरीज सी डैक की साइट पर जाकर अपनी रजिस्ट्रेशन करवा सकता है।