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जीरकपुर में फ्लैट देने का झांसा देकर फर्नीचर व्यापारी से ठगे 15 लाख रुपए

पटियाला के फर्नीचर व्यापारी को जीरकपुर में फ्लैट देने का झांसा देकर 15 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 09:07 PM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 09:07 PM (IST)
जीरकपुर में फ्लैट देने का झांसा देकर फर्नीचर व्यापारी से ठगे 15 लाख रुपए
जीरकपुर में फ्लैट देने का झांसा देकर फर्नीचर व्यापारी से ठगे 15 लाख रुपए

नितिन ¨सगला, ब¨ठडा : पटियाला के फर्नीचर व्यापारी को जीरकपुर में फ्लैट देने का झांसा देकर 15 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। ब¨ठडा की दयालपुरा पुलिस ने पीड़ित व्यापारी की शिकायत पर रायल इंपायर जीरकपुर कंपनी के पांच लोगों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। एसएसपी ब¨ठडा को दी शिकायत में पटियाला निवासी सचिन जैन ने बताया कि वह फर्नीचर का व्यापारी है, उसका पटियाला, बरनाला, ब¨ठडा के अलावा आसपास की मंडियों में फर्नीचर का काम करता है। कुछ समय पहले अपने काम के सिलसिले में ब¨ठडा के भगता भाईका की तहसील में आया हुआ था। जहां पर उसकी मुलाकात आरोपित जीवन गर्ग व ¨प्रस गर्ग के साथ हुई। उन्होंने बताया कि उसके परिवार को मोहाली व जीरकपुर में प्रापर्टी का कारोबार है। उनके कई प्रोजेक्ट चल रहे है, जिसमें वह फ्लैट बनाकर बेचते है। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह जीरकपुर में पहले से ही फ्लैट लेने का इच्छुक था,लेकिन आरोपितों की बातें सुनने व उनके प्रोजेक्ट देखने के बाद वह भी फ्लैट लेने के लिए तैयार हो गया। जिसके बाद वह आरोपितों के प्रोजेक्ट देखने के लिए जीरकपुर गया, जहां पर उसकी मुलाकात आरोपित जीवन गर्ग, ¨प्रस गर्ग, उसकी पत्नी अंजू गर्ग, व बेटी पूजा के साथ हुई। उन्होंने एक फ्लैट की करीब 35 लाख रुपए कीमत बताई। जब उसने आरोपितों से कहा कि उसके अन्य साथी भी फ्लैट लेना चाहते है, तो वह कितने पैसे कम करेंगे। उन्होंने तीन से चार फ्लैट एक साथ लेने पर 30 लाख रुपए प्रति फ्लैट की कीमत बताई। आरोपितों ने उसे फ्लैट की सभी विभागों की मंजूरी व एनओसी लेने के बाद ही बनाने की बात भी कहीं। फ्लैट का साइज 1490 स्केयर फीट है। उन्होंने उसे फ्लैट नंबर 102 एफ, 201 एफ व 202 दिखाएं, जोकि करीब 80 प्रतिशत तैयार हो चुके थे। फ्लैट अच्छी लोकेशन पर होने के कारण उसने अपने पार्टनर के साथ बातचीत कर वह लेने के लिए तैयार हो गया। कुछ दिन बाद आरोपित जीवन गर्ग का फोन आया कि वह भगता भाईका में आया हुआ है, वह जहां आकर उनसे मिले। जिसके बाद वह आरोपित को मिलने के लिए भगता भाई पहुंच गया। जहां पर तय सौदे के मुताबिक आरोपित जीवन व ¨प्रस गर्ग को 10 लाख रुपए दे दिए, जिसकी उन्होंने एक रसीद भी दी। पैसे देने के कुछ दिन बाद जब वह दोबारा फ्लैट देखने के लिए जीरकपुर गया, तो वहां पर उसे आरोपित पूजा गर्ग, अंजू गर्ग मिली, दोनों ने उसे दस लाख रुपये की डिमांड की, ताकि वह बचे फ्लैट तैयार कर उन्हें सौंपे जा सके। उसने आरोपितों के झांसे में आकर पांच लाख रुपए ओर ले लिए और उसकी रसीद दी। इसके साथ जीवन गर्ग के हस्ताक्षर किए हुए फ्लैट के एग्रीमेंट व अलाटमेंट लेटर के अलावा तीन फ्लैट की चाबियां दे दी, जबकि सभी फ्लैट की एक-एक चाबी अपने पास रखी ली और काम पूरा करने के बाद पूरे पैसे लेने के बाद उक्त चाबियां उन्हें सौंपने की बात कहीं।

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शिकायतकर्ता के मुताबिक जब वह कुछ समय बाद दोबारा से फ्लैट पोजेशन लेने के लिए गया, तो पहले आरोपितों द्वारा दी गई चाबी से फ्लैट का लॉक नहीं खुला, लेकिन उसने देखा कि उसके दूसरे फ्लैट से एक महिला बाहर निकली, जब उसने उक्त महिला से पूछा, तो उसने अपना नाम नीकित गर्ग है, जब उसने उक्त फ्लैट खरीदने की बात कहीं, तो निकिता गर्ग ने साफ इंकार कर दिया व उसके साथ गाली गलौच करनी शुरू कर दी। जब उसने दूसरे फ्लैट जाकर चेक किए, तो वहां पर भी अंजू व पूजा गर्ग बाहर आए और उसके साथ बदतमीजी शुरू कर दी है और धमकी दी वह उसे किसी झूठे केस में बंद करवा दे देगी। महिलाओं को देखकर वह वहां से चला आया। जिसके बाद उसने आरोपितों से संपर्क किया, तो उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपियों ने एक साजिश के तहत उसके साथ 15 लाख रुपए की ठगी की है। पुलिस ने मामले की पड़ताल करने के बाद आरोपित जीवन गर्ग, ¨प्रस गर्ग, अंजू गर्ग, निकिता गर्ग व पूजा गर्ग पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।


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