पुलिसकर्मियों को पूरी तरह फिट रखना ही हमारा लक्ष्य: डा. उमेश गुप्ता
डा.उमेश गुप्ता ने अगस्त 2020 को जिला पुलिस अस्पताल में सीनियर मेडिकल आफिसर (एसएमओ) का पदभार संभाला था।
नितिन सिगला,बठिडा
डा.उमेश गुप्ता ने अगस्त 2020 को जिला पुलिस अस्पताल में सीनियर मेडिकल आफिसर (एसएमओ) का पदभार संभाला था। इसके बाद उन्होंने अस्पताल में की दशा बदलने के लिए कई महत्वपूर्ण काम किए। पुलिस कर्मियों व उनके परिवार को निजी अस्पतालों में न जाना पड़े, इसके लिए पुलिस अस्पताल में कई प्रोजेक्ट चलाए। कोरोना काल में दिन-रात सड़कों पर ड्यूटी देने वाले पुलिस कर्मियों को चुस्त और फिट रखने के लिए कई प्रयास किए। ओवर वेट पुलिस कर्मियों के लिए फिटनेस कैंप, स्पेशल मेडिकल चेकअप कैंप लगवाए। वहीं पुलिस कर्मियों व उनके परिवार को कोरोना महामारी से बचाने के लिए 100 फीसद वैक्सीनेशन का लक्ष्य जल्द पूरा रक लिया जाएगा। इस अस्पताल में बठिडा पुलिस के अलावा मानसा, मुक्तसर, विजिलेंस, जीआरपी, आइआरवी व पांच कमांडो बटालियन के जवान में अपना इलाज करवाते है। सवाल : आपने पदभार संभालने के बाद अस्पताल में कौन-सी सुविधाएं शुरू कीं?
- मेरे आने से पहले पुलिस लाइन अस्पताल में शुगर, ब्लड प्रेशर व खून टेस्ट नहीं होते थे। पदभार संभालने के बाद सबसे पहले यह आम टेस्ट शुरू करवाए ताकि इनके लिए पुलिस कर्मियों को दूसरे अस्पताल न जाना पडड़। साथ ही अस्पताल में ईसीजी की सुविधा भी शुरू की। ईसीजी हार्ट के मरीजों के लिए सबसे जरूरी है, इसलिए नई ईसीजी मशीन खरीदी। इससे पहले पुलिस कर्मियों को सिविल अस्पताल जाना पड़ता था। सवाल: क्या 100 फीसद पुलिस कर्मियों का कोरोना टीकाकरण हो गया है?
- हमारी तरफ से 100 फीसद कोरोना वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल करने के लिए जिले के सभी पुलिस कर्मियों के लिए टीकाकरण अनिवार्य किया गया। इसके लिए सालाना मेडिकल तब ही क्लीयर किया गया, जब तक उन्होंने कोरोना वैक्सीनेशन नहीं करवाई। टीकाकरण होने के बाद उनकी सालाना मेडिकल रिपोर्ट में वैक्सीनेशन शामिल किया गया। इसके चलते 95 फीसद पुलिस कर्मियों का टीकाकरण हो चुका है। जल्द ही 100 फीसद लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। सवाल- बठिडा में कितने पुलिस कर्मी हैं और कितनों का वार्षिक मेडिकल हो चुका है? जलव- बठिडा जिले में तीन हजार पुलिस कर्मी हैं। अब तक 2500 के लगभग कर्मियों का सालाना मेडिकल किया जा चुका है। बाकी के पुलिस कर्मियों का किया जा रहा है। जून के अंत तक यह मुक्कमल कर दिया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी कि कितने पुलिस कर्मी किस बीमारी से पीड़ित हैं ताकि उसके आधार परउन्हें फिट रखने के लिए योजना बनाई जाएगी। सवाल- पुलिस कर्मियों की फिटनेस के लिए क्या कर रहे हैं? - दिन-रात ड्यूटी करने की वजह से पुलिस कर्मी अपनी सेहत पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। इसलिए उन्हें फिट रखने के लिए जिले के सभी पुलिस कर्मियों को दो चरणों में बांटकर उनके लिए फिटनेस व योग कैंप लगाए गए। 40 साल से अधिक उम्र वाले पुलिस कर्मियों के लिए योग शिविर लगाकर उन्हें योग करवाया गया, जबकि 40 से कम उम्र वाले पुलिस कर्मियों के लिए स्पेशन फिटनेस शिविर लगाए गए, जिसमें उन्हें कई तरह की एक्साइज करवाई गई ताकि वह स्वस्थ रह सकें। सवाल-पुलिस कर्मियों के परिवार के लिए क्या योजनाएं हैं?
- पुलिस कर्मियों के अलावा उनके परिवार के लिए कई तरह के मेडिकल कैंप लगवाए गए ताकि उनकी मेडिकल हिस्ट्री का पता किया जा सके। इसमें आखों, कैंसर, महिला रोग समेत विभिन्न रोगों के माहिर डाक्टरों को बुलाकर उनका चेकअप करवाया गया।