घपलों की जांच के लिए बनाई कमेटियों का विरोध
जासं, ब¨ठडा : घपलों की जांच और अवैध कार्यो को रोकने के लिए मेयर की तरफ से पार्षदों की
जासं, ब¨ठडा : घपलों की जांच और अवैध कार्यो को रोकने के लिए मेयर की तरफ से पार्षदों की बनाई चार जंबोजेट कमेटियों के औचित्य पर वर्किंग शुरु होने से पहले ही सवालिया निशान लगने शुरु हो गई है। डिप्टी मेयर गुरेंद्रपाल कौर मांगट सहित कुछ अन्य पार्षदों ने कमेटियों में ज्यादा पार्षदों को शामिल करने का विरोध कर किया है। डिप्टी मेयर ने तो मंगलवार को मेयर बलवंतराय नाथ के अवैध बिल्डिंगों की जांच संबंधी कमेटी में शामिल होने और इसके ऑर्डर लेने से ही इनकार कर दिया है। इस कमेटी में डिप्टी मेयर मांगट सहित 11 पार्षद शामिल किए गए हैं।
डिप्टी मेयर मांगट के रूम में दोपहर को निगम का कर्मचारी उन्हें कमेटी के ऑर्डर संबंधी आदेशों की कॉपी देने गया तो डिप्टी मेयर ने कर्मचारी को लौटा दिया। इसके बाद डिप्टी मेयर ने मेयर बलवंत राय नाथ से मिलकर आपत्ति जताई कि उन्होंने सीनियर डिप्टी मेयर तरसेम गोयल व उनसे कमेटियों के गठन का सुझाव मांगा था। तब उन्होंने प्रभावी तरीके से जांच करवाने के तीन से पांच पार्षदों की कमेटियां बनाई का सुझाव दिया था। मांगट के अनुसार मेयर ने अपनी मर्जी से ही 10 से 11 सदस्यों की कमेटियां बना दी।
डिप्टी मेयर मांग ने मेयर नाथ से पूछता कि अवैध बिल्डिंगों की जांच संबंधी जिस कमेटी में उसे शामिल किय गया है क्या उन्हें जिस अधिकारी के कार्यकाल में अवैध बिल्डिंगें बनी हैं, उन पर कार्रवाई करने के अधिकार होंगे। क्यों निगम कमेटी की रिपोर्ट को अहमियत देगी। इस पर मेयर नाथ ने का हां कहा तो डिप्टी मेयर ने फिर सवाल दाग दिया कि'मेरे इलाके में एक दर्जन अवैध दुकानें बनी हुई है। वह कई दफा शिकायतें कर चुकी है। फिर भी आपने और अधिकारियों ने कार्रवाई क्यों नहीं की'। इस पर मेयर भी निरुतर हो गए।
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अधिकारियों पर अवैध बिल्डिंगें बनवाने के आरोप
डिप्टी मेयर मांगट के अनुसार नगर निगम के अधिकारियों ने ही शह देकर अवैध बिल्डिंगें बनवाई है। कानूनन इन पर कार्रवाई होनी चाहिए। अब लीपापोती करने के उद्देश्य से पार्षदों की जांच कमेटी बना दी है। मांगट का आरोप है कि अवैध बिल्डिंग बनाने की आड़ में करोड़ों रुपये की वसूली हुई है।
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जगराज व गोयल ने भी कमेटियों में शामिल होने से किया इनकार
पार्षद जगराज ¨सह ने छप्पड़ों पर कब्जों की जांच संबंधी कमेटी में शामिल होने से इनकार दिया है। राजकुमार गोयल ने बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए बनाई कमेटी में शामिल होने से इनकार कर दिया है। इन दोनों पार्षदों ने भी कमेटियों को औचित्हीन बनताया है।
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सोमवार को ही गठित की थी चार कमेटियां:
नगर निगम की बजट बैठक में कई घपलों के आरोप लगे थे। तब मेयर ने पार्षदों की कमेटियां बनाकर इसकी जांच करवाने का आश्वासन दिया था। इस पर सोमवार को अवैध बिल्डिंगों की जांच के लिए 10 पार्षदों, छप्पड़ों पर हुए कब्जों की जांच के लिए 10 पार्षदों, स्वच्छ भारत अभियान के तहत भर्ती घोटाले के आरोपों की जांच के लिए 11 और बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए 11 पार्षदों की चार कमेटियां बनाई थी।
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वर्जन:
जांच कमेटियों का काम बड़ा है। इसी वजह से पार्षदों की संख्या ज्यादा रखी गई है। अगर डिप्टी मेयर नाराज है तो उन्हें इसकी वजह बता दी जाएगी। उन्हें एक दो दिनों में ऑर्डर रिसीव करवा दिए जाएंगे।
बलवंत राय नाथ, मेयर, नगर निगम, ब¨ठडा।