व्यापारियों को सता रहा मंदी का डर, किसान आंदोलन और कोरोना के चलते लोग नहीं कर रहे खरीदारी
कोरोना महामारी के कारण जहां लोगों की आमदनी में कमी हुई है वहीं कोरोना काल ने सारे त्योहारों का मजा फीका कर दिया है।
संवाद सूत्र, रामा मंडी : कोरोना महामारी के कारण जहां लोगों की आमदनी में कमी हुई है, वहीं कोरोना काल ने सारे त्योहारों का मजा फीका कर दिया है। आर्थिक तंगी के कारण लोग फिजूलखर्ची से बच रहे हैं, जिसका असर 14 नवंबर को आने वाले त्योहार दीपावली पर देखने को मिल सकता है। स्थानीय दुकानदार भी कोरोना को ध्यान में रखते हुए इस बार दीपावली पर कुछ खास आइटम का आर्डर नहीं दे रहे हैं। इस बारे में जब स्थानीय दुकानदारों से बात की, तो उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण आई आर्थिक तंगी के चलते लोग जरूरी सामान की ही खरीदारी कर रहे हैं, इसलिए इस बार दीपावली पर ज्यादा गिफ्ट आइटम नहीं मंगवा रहे हैं। दुकानदारों ने बताया कि पहले जहां नोटबंदी और जीएसटी ने छोटे कारोबार को प्रभावित किया। वहीं, अब रही सही कसर कोरोना ने पूरी कर दी। दुकानदारों का कहना है कि कोरोना काल में सरकार द्वारा लगाए गए लाकडाउन ने दुकानदारों की कमर तोड़ दी है। लाकडाउन के चलते दुकानें बंद रहीं और कारोबार नहीं हुए, परंतु खर्चे उसी तरह पड़ते रहे । दुकानदारों ने सरकार पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकारें व्यापारी वर्ग द्वारा भरे जा रहे टैक्स से चलती है, परंतु इस मुश्किल घड़ी में सरकार ने व्यापारियों को कोई मदद नहीं दी । इलेक्ट्रानिक व्यापारी मनोज कुमार ने बताया कि इस बार कोरोना के चलते जहां गर्मी का सीजन कुछ खास नहीं रहा वहीं किसान आंदोलन के चलते इस बार दीपावली भी फीकी रहने के आसार नजर आ रहे हैं ।