किसानों ने जलाए पीएम व पूंजीपतियों के पुतले, बच्चों ने दशहरा समझ लिया आनंद
जिले में आठ जगहों पर पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा पूंजीपतियों के पुतले फूंके।
जागरण संवाददाता, बठिडा : कृषि सुधार कानून के विरोध में किसानों ने अपने प्रदर्शन के तहत रविवार को दशहरा वाले दिन जिले में आठ जगहों पर पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा पूंजीपतियों के पुतले फूंके। किसानों ने अपना विरोध जताने के लिए बड़े बड़े पुतले बनाकर आग लगाई। किसानों का विभिन्न यूनियनों ने भी समर्थन किया। जिनके साथ उनके परिवार भी पहुंचे। जब पुतले को आग लगाई तो बच्चों ने इसको दशहरा समझ कर आनंद लिया, तो किसानों ने नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना के डर से पुलिस बल के साथ साथ फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी तैनात की गई। बठिडा में किसानों ने स्पोर्ट्स स्टेडियम के पास धरना लगाकर प्रदर्शन किया गया। जिस कारण स्टेडियम की तरफ आने जाने वाले सभी रास्तों को पुलिस ने बैरीकेड्स लगाकर बंद कर दिया। वहीं पीरखाना के सामने लगाए गए धरने में सभी महिलाएं पीले रंग के दुपट्टे लेकर पहुंची। इस प्रदर्शन में किसानों का अन्य संगठनों ने भी समर्थन किया।
किसानों ने बठिडा में स्पोर्ट्स स्टेडियम, भगता में सरकारी स्कूल के स्टेडियम, संगत में सरकारी स्कूल के स्टेडियम, रामपुरा में रेलवे स्टेशन के पास पीडब्ल्यूडी के ग्राउंड, नथाना में कोआप्रेटिव बैंक के सामने सरकारी स्कूल के स्टेडियम, भुच्चो मंडी में पार्क, मौड़ मंडी में खालसा हाई स्कूल के स्टेडियम व तलवंडी साबो की ट्रैक्टर मंडी में पुतले जलाए गए।
वहीं शहर में वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के भी होने का किसानों ने विरोध जताया, जिन्होंने आरोप लगाया कि वित्तमंत्री किसानों के धरने के पास से गुजर जाते हैं। लेकिन कभी भी उनकी मुश्किलों को नहीं सुनते। दूसरी तरफ किसानों के धरने रेलवे ट्रैक के अलावा पेट्रोल पंप, माल व टोल प्लाजा के आगे रूटीन की तरह जारी रहे।
यूनियन के राज्य नेता झंडा सिंह जेठूके ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार ने खेती कानून को पास कर साबित कर दिया है, उनको किसानों की कोई चिता नहीं है। दूसरी तरफ प्राइवेट थर्मल प्लांटों को जाने वाली रेलवे लाइनों पर भी धरना लगा दिया है, क्योंकि इनमें जाने वाले कोयले को वहां पर भेजने के बजाय सरकारी थर्मल प्लांटों में भेजने का काम किया जाएगा।
इस मौके पर जगसीर सिंह झुंबा, अमरीक सिंह सिवियां, गुरपाल दिओन किसानों के अलावा गायक गुरविदर बराड़ समेत विभिन्न यूनियनों के ओम प्रकाश, राम प्रकाश जिदल, हरमंदर बराड़, नत्था सिंह, राजीव कुमार गर्ग, बलजिदर सिंह, जुगल किशोर अरोड़ा आदि उपस्थित थे।