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जेईई मेन्स की परीक्षा के पहले दिन नहीं पहुंचे दूसरे राज्यों के परीक्षार्थी

सुरक्षा प्रबंधों के साथ सेहत प्रबंधों को ध्यान में रखते हुए ली गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 11:19 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2020 06:13 AM (IST)
जेईई मेन्स की परीक्षा के पहले दिन नहीं पहुंचे दूसरे राज्यों के परीक्षार्थी

संस, बठिडा : जेईई मेंस की परीक्षा मंगलवार को कड़े सुरक्षा प्रबंधों के साथ सेहत प्रबंधों को ध्यान में रखते हुए ली गई। यह पहली बार है कि कोरोना के कारण परीक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए। मगर कोरोना के कारण इतनी चेकिग को देखते हुए विद्यार्थी परीक्षा देने के लिए संतुष्ट भी नजर नहीं आए। जिले में परीक्षा के लिए दो सेंटर एक भुच्चो मंडी तो दूसरा सुशांत सिटी में बनाया गया। कोरोना के कारण बीटेक के आर्किटेक्ट विषय की पहली परीक्षा इवन ओड मोड पर ऑनलाइन ली गई। जबकि परीक्षा हाल में दाखिल होने से पहले विद्यार्थियों के कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच से गुजरना पड़ा। जिनके हाथों में पहनी घड़ी, ब्रेसलेट के अलावा कानों तक की चेकिग की गई। इसके अलावा नकल को रोकने के लिए दूरसंचार जैसे यंत्र बंद करने को जैमर तक लगाए गए। दूसरी तरफ परीक्षा के दौरान कोरोना के चलते सेहत प्रबंधों का भी ध्यान रखा गया। हालांकि दूसरे राज्यों से आने वाले कई विद्यार्थी कोरोना के डर से परीक्षा देने भी नहीं पहुंच सके। जबकि विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र में दाखिल करने के लिए उनमें आपसी शारीरिक दूरी बनाने के लिए छह-छह फीट की दूरी पर सर्कल लगाए गए। जहां पर गाइडलाइन के अनुसार विद्यार्थियों के पास सैनिटाइजर व मास्क की चेकिग करने के बाद अंदर जाने दिया गया। वहीं विद्यार्थियों का तापमान भी चेक किया गया। इसके साथ ही विद्यार्थियों की ट्रैवल हिस्ट्री भी मांगी गई तो उनसे मेडिकल सर्टिफिकेट लेने के साथ साथ स्वैघोषणा पत्र भी लिया गया। वहीं परीक्षा को लेकर कोरोना सेल भी बनाया गया। मगर दूसरी परीक्षा से पहले रूप को सैनिटाइज भी किया।

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मुझे नहीं लगता इस समय में परीक्षा होनी चाहिए थी, क्योंकि कोरोना चल रहा है। परीक्षा के समय में विद्यार्थियों को काफी दूर से आना पड़ता है। जबकि कोरोना का कोई इलाज भी नहीं है। ऐसे में परीक्षा लेना ठीक नहीं था। मगर वह फिर भी डर के साथ परीक्षा देने आए हैं।

सहज पहल, परीक्षार्थी

कोरोना के समय परीक्षा देने का पहले तो काफी डर लग रहा था। मगर बाद में परीक्षा देते समय ऐसा कुछ महसूस नहीं हुआ। जबकि गाइडलाइन के मुताबिक मैं पहले ही अपने साथ सैनिटाइजर व मास्क लेकर आई थी। वहीं परीक्षा में एप्टीच्यूट के प्रश्न काफी मुश्किल थे।

अंचलप्रीत कौर, परीक्षार्थी

परीक्षा केंद्र में पहले मास्क व सैनिटाइजर का प्रबंध करवा दिया गया था, ताकि किसी भी विद्यार्थी के पास अगर कुछ नहीं है तो उसे दिया जा सके। वहीं शारीरिक दूरी के मद्देनजर सर्कल बना दिए थे। इसके साथ परीक्षार्थियों की सही ढंग से सेहत की जांच की गई।

रमन सिगला, एमडी बालाजी प्राइवेट लिमिटेड


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