Move to Jagran APP

अब हर आठवीं तक विद्यार्थियों का फिजिकल एजुकेशन में भाग लेना जरूरी

अब हर आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों का फिजिकल एजुकेशन में भाग लेना जरूरी होगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 07:49 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 07:49 PM (IST)
अब हर आठवीं तक  विद्यार्थियों का फिजिकल एजुकेशन में भाग लेना जरूरी
अब हर आठवीं तक विद्यार्थियों का फिजिकल एजुकेशन में भाग लेना जरूरी

संस, बठिडा : अब हर आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों का फिजिकल एजुकेशन में भाग लेना जरूरी होगा। इसके तहत सीबीएसई बोर्ड की ओर से हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन विभाग को नोटिफिकेशन जारी कर सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि अगले सेशन से स्कूल के सभी आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ साथ रोज एक घंटा फिजिकल गतिविधियां भी करवाई जाए। जिसके तहत फिजिकल विषय के प्रेक्टिकल पर ज्यादा जोर दिया जाए। क्योंकि बच्चों पर जब पढ़ाई का ज्यादा जोर दिया जाता है, तो इस कारण विद्यार्थी शारीरिक व मानसिक तौर पर कमजोर हो जाते हैं। इसलिए हर विद्यार्थी को पढ़ाई के साथ साथ फिजिकल गतिविधियां भी करवाई जाए। इससे विद्यार्थियों की शरीर के साथ दिमागी कसरत भी होगी। इसके अलावा इससे विद्यार्थियों मे विल पावर में बढ़ोतरी होती है। इसलिए अगले सेशन 2019-20 से पहली से आठवीं क्लास तक हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन की मेंडेटरी होगी।

loksabha election banner

---------

विद्यार्थी को सिर्फ प्रेक्टिकल समझाए

सीबीएसई की ओर से स्कूलों में बच्चों को गेम्स करवाने के लिए जरूरी बताया है विभाग को नोटिफिकेशन में साफ कर दिया गया है कि है आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को इसपर खास ध्यान दिया जाए। उनके लिए पूरे दिन में एक पीरियड अलग से निकाला जाए। उसी हिसाब से टाइम टेबल बनाया जाए। वहीं फिजिकल विभाग को भी खास हिदायते दी गई है कि विद्यार्थियों को थयूरी की जगह ज्यादा से ज्यादा गेम करवाए। बच्चों को फिजिकल एजुकेशन के प्रति जागरूक किया जाए।

---------

विद्यार्थियों के बनाए जाएंगे हेल्थ कार्ड

गेम्स के अलावा स्टूडेंट्स सामाजिक कार्यों में भी हिस्सा लेंगे। स्टूडेंट्स का हेल्थ कार्ड भी बनाया जाएगा। इसमें उनका वजन, लंबाई आदिके अलावा साल भर हुई बीमारी आदि की जानकारी भी देनी होगी। यह कार्ड स्कूल मैनेजमेंट को बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। गौर हो कि सीबीएसई ने 2018-19 से 12वीं क्लास तक इस सब्जेक्ट को कंपल्सरी किया था। बोर्ड द्वारा इसका करिकुलम डिजाइन किया गया था। इसमें स्पष्ट किया था कि सब्जेक्ट का मतलब केवल ये नहीं कि मैदान में जाकर समय बिताना नहीं बल्कि स्कूल ये सुनिश्चित करें कि बच्चा किसी न किसी गेम में भाग अवश्य ले।

विद्यार्थियों की गेम्स

टीम गेम- कबड्डी फुटबॉल

नेट गेम- फुटबॉल बेटमिटन

इनिग गेम- क्रिकेट

एथलेटिक्स- रनिग गेम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.