केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ गरजे कर्मचारी
जसविदर सिंह झबेलवाली की अगुआई में वीरवार को वित्तमंत्री के बठिडा हलके में जोनल स्तरीय रैली की गई।
जागरण संवाददाता, बठिडा : पंजाब यूटी मुलाजिम संघर्ष मोर्चा की ओर से को कन्वीनर रविद्र सिंह लूथरा तथा जसविदर सिंह झबेलवाली की अगुआई में वीरवार को वित्तमंत्री के बठिडा हलके में जोनल स्तरीय रैली की गई। इस दौरान चिल्ड्रन पार्क में धरना दिया गया और उसके बाद हनुमान चौक तक रोष मार्च निकाला गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार ने पिछले 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए बेरोजगारी को शिखर पर पहुंचा दिया है। सरकारी मुलाजिमों को जबरन रिटायर करके सार्वजनिक संस्थानों को कारपोरेटों के हवाले किया जा रहा है। केंद्र सरकार की तर्ज पर चलते हुए पंजाब की कैप्टन सरकार भी नव उदारीकरण की नीतियों को लागू करके पंजाब के लोगों और मुलाजिमों का जीना मुहाल किए हुए हैं। थर्मल प्लांटों को बेचा जा रहा है। सरकारी विभागों के पद खत्म किए जा रहे हैं। मुलाजिम पे कमीशन का इंतजार कर रहे हैं। महंगाई भत्ते की 158 महीने की किश्तें अभी तक नहीं दी गई। जिसके कारण पंजाब के समूचे मुलाजिम वर्ग को सड़कों पर संघर्ष के लिए उतरना पड़ रहा है। संघर्ष मोर्चा के नेताओं कुलवीर सिंह मोगा, बलवीर सिंह, सुरेंद्र कंबोज, गुरमीत सुखपुर, गुरजीत मल्ली, स्वर्ण सिंह अकबरपुर व गगनदीप सिंह ने मांग की के विभिन्न विभागों, कारपोरेशन में ठेका आधारित व आउटसोर्सिंग के अधीन काम करते कच्चे मुलाजिमों को पक्का किया जाए। आशा वर्करों व मिड डे मील वर्करों को कम से कम डीसी रेट के कानून के घेरे में लाया जाए। जनवरी 2004 से लागू नई पेंशन स्कीम रद करके पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की जाए। छठे वेतन कमीशन की सिफारिशें लागू की जाएं। सहकारी संस्थानों, बोर्ड और कारपोरेशनों के मुलाजिमों को भी सरकारी विभागों की तरह पेंशन और मेडिकल सुविधाएं दी जाएं। केंद्रीय पैटर्न ग्रेड लागू करने वाला पत्र रद किया जाए। इस मौके सतपाल सिंह, गुलजार, रतन सिंह बरनालास परगट सिंह जंबर, जुगराज सिंह टल्लेवाल, हरीश कंबोजस पवन कुमार, सर्वजीत सिंह मचाकी, सुखविदर सिंह, बृजेंद्र सिंह, कुलविदर सिंह, स्वर्ण सिंह, लखविदर कौर, रमन अत्री, भूपेंद्र कौर, श्रीनिवास, चमकौर सिंह, गुरपयार सिंह, जगदेव सिंह, ओमप्रकाश मानसा, सिकंदर धालीवाल, टहल सिंह फाजिल्का, राजीव बरनाला, अमरजीत कौर, रेशम सिंह, सुखविदर सिंह आदि भी मौजूद थे।