डीएसपी के बेटे सुखमन सिंह सिद्धू बने जज
कोई भी दिक्कत आपका रास्ते का रोड़ा नहीं बन सकती।
संवाद सहयोगी,बठिडा :
अगर आप ने दिल दिमाग में अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया तो कोई भी दिक्कत आपका रास्ते का रोड़ा नहीं बन सकती। इस बात को सच साबित कर दिखाया है बठिडा के डीएसपी अमरजीत सिंह सिद्धू के बेटे सुखमन सिंह सिद्धू ने। सुखमन सिद्धू ने बचपन में देखा जज बनने का सपना पूरा कर दिखाया है। सुखमन बताते हैं कि उन्होंने बचपन में गरीबों पर जुर्म होते देखा तो उन्होंने जज बनने का फैसला लिया ताकि वे दबे कुचले लोगों को इंसाफ दिला सके।
सुखमन सिद्धू ने हाल ही में दी पीसीएस ज्यूडिशियरी की परीक्षा में 6वां रैंक हासिल किया है। सुखमन सिंह ने बताया कि उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से पांच साल तक लॉ की पढ़ाई की। जज बनने के सपने को साकार करने के लिए उन्होंने दिन-रात एक कर दिया और अब वे बेहद खुश हैं कि उनका सपना साकार हुआ है। सुखमन सिद्धू पंजाब के अलावा दिल्ली व राजस्थान में भी पीसीएस की परीक्षा पास कर चुके हैं। लेकिन वह पंजाब में कार्य करना चाहते थे। अब वह पंजाब में सिविल जज का कार्यभार संभालेंगे।
सुखमन के पिता डीएसपी अमरजीत सिंह सिद्धू ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि उनका बेटा जज बन गया तो उन्हें अपने बेटे पर बहुत गर्व महसूस हुआ। माता मनजीत कौर ने कहा कि उनके बेटे ने जज बनने के लिए दिन रात एक किया है। हमेशा से हर कार्य से पहले अपनी पढ़ाई को पहल दी है।
गरीबों को देखकर दिल में इंसाफ
करने की इच्छा जागी सुखमन ने बताया कि वह बचपन में जब गरीबों पर जुर्म होते देखते था, तो उसे अच्छा नहीं लगता था। इसलिए उसे गरीबों के साथ इंसाफ करने की इच्छा जागी। तभी उसने सोच लिया था, कि वह बड़ा होकर जज बनेगा। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद जब उसने लॉ की पढ़ाई शुरू की, तो धीरे धीरे उसमें जिज्ञासा बढ़ने लगी। सोशल मीडिया से है परहेज
सुखमन ने बताया कि उनके पास फोन तो है, लेकिन वह इसका प्रयोग सिर्फ जरूरी कार्य के लिए करते हैं। करीब तीन साल से उन्होंने फोन का अधिक प्रयोग नहीं किया है। वह हमेशा सोशल मीडिया से दूर रहे हैं। उसने इस परीक्षा के लिए बेहद मेहनत की है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया से सिर्फ जानकारी ली जा सकती है।