चुनावी रिहर्सल में गैर हाजिर रहने वाले स्टाफ पर होगी एफआईआर
लोकसभा हलका बठिडा के लिए मतदान में पोलिग स्टाफ नियुक्त करने संबंधी ड्यूटियां लगते ही दूसरी रिहर्सल रविवार को हुई।
जागरण संवाददाता, बठिडा : लोकसभा हलका बठिडा के लिए मतदान में पोलिग स्टाफ नियुक्त करने संबंधी ड्यूटियां लगते ही दूसरी रिहर्सल रविवार को हुई। जबकि मुलाजिमों को दो दिन पहले ही जैसे ही ड्यूटियां लगने के पत्र मिले, तभी से वह अपने एरिया के एसडीएम या अन्य अधिकारियों के पास दूसरी रिहर्सल से पहले आवेदन कर ड्यूटी कटवाने में लग गए। क्योंकि अगर दूसरी रिहर्सल से पहले ड्यूटी कटवा ली जाए तो वह आसानी से कट जाती है, मगर इसके बाद ड्यूटी कटवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इस कारण शुक्रवार तो काम वाले दिन के अलावा शनिवार को छुट्टी वाले दिन भी मुलाजिम अधिकारियों के पास अपनी फरियाद लगाते रहे। जिले के सभी छह विधानसभा हलकों में पांच हजार के करीब अधिकारियों व कर्मचारियों को पोलिग स्टाफ में प्रीजाइडिग, अलटरनेट प्रीजाइडिग व पोलिग अफसर नियुक्त किया गया है। नियुक्त किए गए पोलिग स्टाफ की रिहर्सल असेंबली सैगमैट में सहायक रिटर्निंग अफसरों की तरफ से करवाई गई।
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यहां से लें जानकारी
यदि किसी कर्मचारी को अपनी वोट के डालने संबंधी जानकारी न हो तो वह डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एनवीएसपी डॉट इन पोर्टल पर सर्च यूअर वोट के लिंक पर जा कर अपनी वोट बारे जानकारी प्राप्त कर सकता है। वहीं बताया कि समूह विभागों के मुखियों को विशेष तौर पर हिदायत की गई है कि उनकी तरफ से चुनाव ड्यूटी के नियुक्त किए गए अमले को ड्यूटी हुक्मों की दोनों कापियों और फार्म नं 12 ए फीजिकली तौर पर अधिकारी /कर्मचारी के पास भेजना यकीनी बनाएं। वहीं जिला चुनाव अधिकारी कम डीसी बी श्रीनिवासन ने बताया कि चुनाव अमले को जारी किए गए हुक्मों के साथ फार्म 12/12-ए भी जोड़े गए हैं और उनको हिदायत की गई है कि वह यह फार्म भर कर और इनके साथ अपने ईपीआईसी की कापी और ड्यूटी के हुक्म साथ रिहर्सल वाले दिन एआरओ को संचित करवाने जिससे सारा चुनाव अमला ईडीसी /पोस्टल बैलेटस के द्वारा अपनी वोट का इस्तेमाल कर सकें।
गैरहाजिर रहने पर होगी कार्रवाई
भारत चुनाव कमीशन से मिले अधिकारों का प्रयोग करते हुए •िाला चुनाव अफसर की तरफ से चुनाव ड्यूटी पर नियुक्त किए गए अमले के जानबूझकर गैर हाजिर होने वाले अधिकारियों /कर्मचारियों विरुद्ध गंभीर नोटिस लिया जाएगा और ऐसा होने की सूरत में संबंधित खिलाफ लोग प्रतिनिधित्व एक्ट 1951 की धारा 134 अधीन बनती कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
500 से ज्यादा आवेदन ड्यूटी कटवाने के आए
लोकसभा चुनावों में 14 दिन का समय रह गया है। इसके चलते चुनाव में ड्यूटी कटवाने के लिए अभी तक प्रशासन के पास 500 से ज्यादा आवेदन आ गए हैं। मगर इस बार उनको सबसे ज्यादा लगाया जाने वाला मेडिकल का बहाना नहीं चल पाएगा, क्योंकि मेडिकल के आधार पर सिर्फ उसी की ड्यूटी काटी जाएगी, जो जिला प्रशासन द्वारा गठित किए गए मेडिकल बोर्ड की मंजूरी के बाद सिविल सर्जन से लिखवा कर आएगा। जबकि लोकसभा हलका बठिडा में 1728 पोलिग बूथ हैं, जिनमें बठिडा, मानसा व मुक्तसर जिले के पोलिग बूथ भी शामिल हैं। मगर अकेले बठिडा जिले में ही एक हजार से ज्यादा पोलिग बूथ बनाए जाएंगे, जहां पर 4500 के करीब चुनाव स्टाफ के सदस्यों की ड्यूटी लगाई जाएगी। जिनमें सरकारी विभागों के मुलाजिमों के अलावा अध्यापकों को भी शामिल किया जाता है। जबकि ड्यूटी कटवाने वालों में सबसे ज्यादा गिनती महिला अध्यापकों की होती है।
शादी वाले दिन ही मिलेगी छुट्टी
चुनावों में ड्यूटी करने वाले स्टाफ की पहले लिस्ट तैयार होती है, जिसके बाद ही उनको ट्रेनिग दी जाती है। पहली ट्रेनिग में सभी शामिल होकर हाजिरी लगा देते हैं, जबकि दूसरी ट्रेनिग से पहले ही ड्यूटी कटवाने वालों की दफ्तरों में होड़ लगनी शुरू हो जाती है। क्योंकि जिसकी दूसरी ट्रेनिग हो जाती है उसको चुनाव में ड्यूटी करनी पड़ती है। वहीं तीसरी ट्रेनिग में स्टाफ को चुनाव सामग्री के साथ पोलिग बूथों के लिए रवाना किया जाता है। मगर चुनावों के दौरान ड्यूटी करने वाले स्टाफ में से अगर किसी की शादी है या उनके परिवार में किसी की शादी है तो उनको सिर्फ शादी वाले दिन ही छूट मिलेगी। जबकि 2017 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान 40 मुलाजिमों को सिर्फ शादी वाले दिन ही छुट्टी मिली थी।