डेंगू के संदिग्ध मरीजों का आंकड़ा 100 के पार
सोमवार को शहर के डेंगू से पीड़ित दो संदिग्ध मरीजों की मौत होने से गत एक महीने के दौरान मरने वालों की संख्या आधा दर्जन के करीब हो गई है। वहीं तेजी से बढ़ रहा डेंगू का कहर स्थानीय शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।
जीवन ¨जदल, रामपुरा फूल
सोमवार को शहर के डेंगू से पीड़ित दो संदिग्ध मरीजों की मौत होने से गत एक महीने के दौरान मरने वालों की संख्या आधा दर्जन के करीब हो गई है। वहीं डेंगू का कहर स्थानीय शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। डेंगू के संदिग्ध मरीजों की बढ़ती संख्या से शहरवासियों में दहशत का माहौल बना हुआ है। एक और जहां शहर के विभिन्न निजी अस्पतालों में सैकड़ों की संख्या में डेंगू के संदिग्ध मरीज अपना उपचार करवा रहे हैं तथा दर्जनों मरीज ब¨ठडा, लुधियाना तथा अन्य शहरों में स्थित अस्पतालों में भर्ती हैं वहीं दूसरी और सवासथय विभाग के आंकड़े अभी तक उक्त बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या तीन दर्जन के करीब ही बता रहे हैं। सबसे हैरानी की बात तो यह है कि शहर में डेंगू के संदिग्ध मरीजों की इतनी बड़ी संख्या होने के बावजूद स्थानीय सिविल अस्पताल में उक्त बीमारी से निपटने हेतु कोई पुख्ता प्रबंध नहीं हैं। यहां तक कि अस्पताल में मेडिसन के डॉक्टर का पद गत करीब डेढ़ वर्ष से खाली होने के बावजूद विभाग द्वारा डाकटर की तैनाती हेतु कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं, जिसके चलते उक्त बीमारी से पीड़ित मरीजों को भारी-भरकम खर्च कर निजी अस्पतालों में उपचार करवाने हेतु मजबूर होना पड़ रहा है। करीब बारह करोड़ रुपये वार्षिक बजट वाली नगर कौंसिल रामपुरा फूल के पास अपनी फॉगिग मशीन न होने के कारण कौंसिल अधिकारी अन्य नगर कौंसिलों से मशीन उधार लेकर काम चलाने को मजबूर हैं। मशीन के अभाव में अभी तक महज पांच बार ही शहर में फो¨गग करवाई गई है, जिससे शहर का काफी हिस्सा फो¨गग से अछूता है।