लारवा पैदा होते ही जन्म लेता हैं डेंगू का मच्छर : सीएमओ
सिविल सर्जन डॉ. अमरीक सिंह संधू ने डेंगू की रोकथाम संबंधी एडवाइजरी जारी की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से बचने के साथ-साथ इस समय में लोगों को डेंगू से भी बचने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने डेंगू संबंधी जागरूकता पोस्टर भी जारी किया।
जासं,बठिडा : सिविल सर्जन डॉ. अमरीक सिंह संधू ने डेंगू की रोकथाम संबंधी एडवाइजरी जारी की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से बचने के साथ-साथ इस समय में लोगों को डेंगू से भी बचने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने डेंगू संबंधी जागरूकता पोस्टर भी जारी किया।
डॉ. संधू ने कहा कि अब गर्मी का मौसम शुरू हो रहा है और इन दिनों डेंगू अपने पैर पसारता है, इसलिए लोगों को कोरोना से बचने के साथ-साथ डेंगू से भी पूरा बचाव करने की जरूरत है। लोगों को चाहिए कि वो कोरोना के प्रति सावधानियां बरतने के साथ-साथ डेंगू के प्रति भी जागरूक रहे और अपने घरों के आस-पास पानी ना खड़ा होने दें। ऐसे में ही डेंगू का लारवा पैदा होता है और डेंगू का मच्छर जन्म लेता है। इससे की लोगों को डेंगू होने का खतरा बढ़ता है।
डॉ. संधू ने कहा कि वैसे भी इन दिनों कोरोना वायरस के चलते लोग अपने-अपने घरों में हैं और उनके पास घरों में बहुत समय है। इसलिए लोगों को हर शुक्रवार ड्राई-डे की तरह मनाना चाहिए और हर शुक्रवार का अपने घरों के कूलर, गमले आदि अन्य पानी कि टंकियां साफ करनी चाहिए। ताकि डेंगू का लारवा किसी कीमत पर ना पनप पाए। उन्होंने बताया कि लोगों को अपने आस-पास के एरिया की अच्छे से साफ-सफाई करनी चाहिए और डेंगू से बचाव के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
इस संबंध में उन्होंने संबंधित कर्मचारियों से फॉगिग मशीन एवं संबंधित कीटनाशक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जनसमुदाय को अपने घरों के आस-पास सफाई रखने तथा आस-पास के प्रजनन स्थलों को नष्ट करने करने के लिए प्रेरित किया जाए। जल पात्रों, पानी की टंकी को ढक कर रखा जाए तथा दोबारा पानी भरने से पहले जल पात्रों को अंदर तक अच्छे से सफाई की जाए। अनावश्यक जल-जमाव न करें एवं इस्तेमाल नहीं किए जाने वाले बर्तन एवं अन्य सामग्री को नष्ट करें। इसके लिए प्रेरित किया जाए। सिविल सर्जन ने कहा कि सिविल अस्पताल में डेंगू का फ्री इलाज किया जाता है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे में किसी को भी डेंगू का थोड़ा सा भी शक होता है या बुखार आता है, सिर दर्द होता है या शरीर टूटता है तो वह तुरंत अपने नजदीक अस्पताल में चेक करवाएं। डेंगू का इलाज किया जा सकता है इससे घबराने की नहीं बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है। इस मौके जिला टीकाकरण अफसर डॉ. कुंदन कुमार पाल, जिला एपिडेमोलॉजिस्ट डॉ. सुमित जिदल, नोडल अफसर डॉ. पामिल बांसल, रछपाल कुमार के अलावा मलेरिया ब्रांच व मास मीडिया ब्रांच के समूह मेंबर उपस्थित थे।