ठेकों,अहातों व ढाबों पर लागू नहीं कोरोना के नियम
भले ही सरकार व प्रशासन लाख कर्फ्यू व लॉकडाउन लगा लें लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो किसी का कोई आदेश नहीं मानते। कारण भले ही कुछ भी हो लेकिन इन लोगों द्वारा सरकार व आदेशों की कोई परवाह नहीं की जा रही।
गुरप्रेम लहरी बठिडा : भले ही सरकार व प्रशासन लाख कर्फ्यू व लॉकडाउन लगा लें लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो किसी का कोई आदेश नहीं मानते। कारण भले ही कुछ भी हो लेकिन इन लोगों द्वारा सरकार व आदेशों की कोई परवाह नहीं की जा रही। दैनिक जागरण ने रात के समय तलवंडी साबो रोड पर स्थित शराब के ठेके, अहाते व ढाबों की पड़ताल की तो उनको खुला हुआ पाया। ढाबों पर तो लोग बैठ कर खाना खा रहे थे और वहां पर शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं किया जा रहा था।
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एचबीएन कॉलोनी
टीम रात के 10 बजे तलवंडी साबो रोड पर जस्सी चौंक के पास पहुंची तो एचबीएन कॉलोनी के सामने स्थित शराब का ठेका खुला हुआ था। लोग वहां से शरेआम शराब ले रहे थे। बाहरी जगहों से आने वाले ड्राइवर ठेके से शराब ले रहे थे। टीम जब शराब के ठेके के पास स्थित अहाते पर पहुंची तो वह भी रात के समय खुला हुआ था। अहाते पर कुछ ग्राहक भी थे और अहाते वाले उनको सामान दे रहे थे। हालांकि उन्होंने मास्क पहने हुए थे। लेकिन रात 9 बजे के बाद कर्फ्यू के एलान के बाद भी यह खुला हुआ था।
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जस्सी चौक में ढाबों पर परोसा जा रहा खाना
जस्सी चौक में दो ढाबे हैं। दोनों ही रात के दस-ग्यारह बजे तक खुले रहते हैं। कोई भी उनको बंद कराने नहीं पहुंचता। जागरण टीम ने देखा कि रात के दस बजे भी दोनों ही ढाबों पर लोग बैठे हुए थे और ढाबे वाले उनको बिना मास्क पहने खाना परोस रहे थे। शारीरिक दूरी का भी वहां पर कोई नियम लागू दिखाई नहीं दिया।
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ये हैं नियम
नियमों के अनुसार सुबह पांच बजे से लेकर शाम के सात बजे तक ही दुकानें खोली जा सकती हैं। इसके बाद 9 बजे तक उन लोगों को ही आने जाने की मंजूरी है जो अपने काम या ड्यूटी से घर जा रहे हों। रात के 9 बजे से सुबह के 5 बजे तक कर्फ्यू है। इसके दौरान इमरजेंसी सर्विसेज को छोड़ कर किसी भी प्रकार की मूवमेंट नहीं हो सकती।
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मेरे ध्यान में नहीं है कि जस्सी चौंक में ठेके ,अहाते व ढाबे खुले रहते हैं। अगर अहातों व ढाबों में खाना परोसा जा रहा है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मैं इनको चेक कराता हूं।
बी श्रीनिवासन,डीसी