सीयूपीबी में टॉक एंड योग सत्र का किया आयोजन
स्ट्रैस मैनेजमेंट एंड वेल बीइंग विषय पर टॉक एंड योग सत्र का आयोजन किया।
संस, बठिडा : पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिडा (सीयूपीबी) ने रविवार को युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के फिट इंडिया मूवमेंट के तत्वावधान में 'स्ट्रैस मैनेजमेंट एंड वेल बीइंग' विषय पर टॉक एंड योग सत्र का आयोजन किया। विश्वविद्यालय के एनएसएस सेल ने कुलपति प्रो. राघवेंद्र पी. तिवारी के संरक्षण में इस कार्यक्रम का संचालन किया, जिसमें छात्रों, शिक्षकों, गैर-शिक्षक कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों ने गूगल मीट द्वारा भाग लिया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. स्वामी धीरेंद्रचार्य थे।
कार्यक्रम डॉ. अश्वनी कुमार के स्वागत भाषण के साथ शुरू हुआ, जहां उन्होंने कार्यक्रम की थीम पर प्रकाश डाला और मुख्य वक्ता का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि स्वामी धीरेंद्रचार्य ने योग के अनुशासन में पीएचडी की है और वह पिछले 23 वर्षों से योग एवं तनाव प्रबंधन के क्षेत्र में एक शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं। स्वामी धीरेंद्रचार्य ने तनाव को भावनात्मक या शारीरिक तनाव की भावना के रूप में परिभाषित किया जो किसी व्यक्ति की सेहत और शांतिपूर्ण जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकता है। उ
डीन छात्र कल्याण प्रो. वी.के. गर्ग ने प्रौद्योगिकी के अभिनव उपयोग के माध्यम से छात्रों तक पहुंचने के अपने प्रयासों के लिए विश्वविद्यालय के एनएसएस सेल की सराहना की। उन्होंने सुझाव दिया कि आइसीटी के अभिनव उपयोग के बारे में समुदाय को शिक्षित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। कुलपति प्रो. तिवारी ने कोरोना काल के दौरान उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रो. मोनिशा धीमान और उनकी टीम के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के एनएसएस सेल की सराहना की। उन्होंने प्रो. गर्ग के दृष्टिकोण का समर्थन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 उच्च शिक्षा संस्थानों को समुदाय के साथ संबंध विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करती है। हमें समग्र शिक्षा प्रदान करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इस तरह के अन्य अभिनव कार्यक्रमों का भविष्य में भी आयोजन करना चाहिए। कुलसचिव श्री के.पी.एस. मुंद्रा ने इस कार्यक्रम के लिए प्रासंगिक विषय का चयन करने के लिए कुलपति के प्रति आभार व्यक्त किया। अंत में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मिलन के. शर्मा ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया।