Move to Jagran APP

किसानों ने लगाए नरमे के नकली बीज सप्लाई करने के आरोप

मालवा क्षेत्र में नरमे की फसल पर गुलाबी सुंडी का हमला लगातार बढ़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 10:11 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 10:11 PM (IST)
किसानों ने लगाए नरमे के नकली बीज सप्लाई करने के आरोप
किसानों ने लगाए नरमे के नकली बीज सप्लाई करने के आरोप

जागरण संवाददाता, बठिडा: मालवा क्षेत्र में नरमे की फसल पर गुलाबी सुंडी का हमला लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को किसानों ने बठिडा में मुख्य खेतीबाड़ी दफ्तर के आगे किसान यूनियन यूनियन उगराहां के जिला नेता जगदेव सिंह जोगेवाला की अगुआई में धरना लगाया। किसान गुलाबी सुंडी के कारण बर्बाद हुई फसल भी साथ लेकर आए थे। किसानों ने दावा किया कि उनकी 80 से 90 फीसद फसल खराब हो गई है। साथ ही उन्होंने इस हमले कारण नकली बीज सप्लाई करने को बताया।

loksabha election banner

जगदेव सिंह ने बताया कि बठिडा व मानसा जिले में गुलाबी सुंडी का हमला हुआ है। जिस प्रकार साल 2015 में सफेद मक्खी ने नरमे की फसद को खराब किया था, उसी प्रकार अब गुलाबी सुंडी नरमे की फसल को खराब कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि खेतीबाड़ी विभाग अपनी नाकामी को छिपाने के लिए कम नुकसान बता रहा है। किसान नेता कुलवित सिंह ज्ञाना व कुलवंत शर्मा ने आरोप लगाया कि इस बार किसानों को नरमे का नकली बीज सप्लाई किया गया है, जिस कारण फसल पर हमला हुआ है। ऐसा सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कर रही है। किसानों ने कहा कि अगर फसल सही न हुई तो वह आने वाले दिनों में फसल को नष्ट करने के लिए मजबूर होंगे।

किसानें ने बताया कि बठिडा व मानसा के अब अन्य जिलों में भी नरमे की फसल पर हमला हो रहा है। किसान अब तक तीन से चार बार कीटनाशकों का छिड़काव कर चुके हैं, लेकिन इसका सुंडी पर कोई असर नहीं हुआ। किसान नेता अजयपाल सिंह, राम सिंह कोटगुरु, काला सिंह चट्ठेवाला, सिकंदर सिंह घूम्मण ने कहा कि आने वाले दिनों में संघर्ष को और तेज किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.