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अब संदोहा की सहकारी सभा में घोटाला, पूर्व सचिव पर मामला दर्ज

करीब सवा छह लाख रुपये के गबन करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 06:34 PM (IST)Updated: Sun, 10 Nov 2019 06:34 PM (IST)
अब संदोहा की सहकारी सभा में घोटाला, पूर्व सचिव पर मामला दर्ज

जासं, बठिडा : गांव संदोहा की बहुउद्देशीय सहकारी खेतीबाड़ी सेवा सभा लिमिटेड के पूर्व सचिव द्वारा करीब सवा छह लाख रुपये के गबन करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। आरोपित ने मार्च 2017 के बाद पिछला रिकार्ड दर्ज नहीं किया और सभा के खाद के स्टॉक और अन्य जरूरी सामान में हेराफेरी कर उक्त रकम अपने निजी हित के लिए प्रयोग कर ली। इस बात का पता सभा की प्रबंधक कमेटी को चला, तो उन्होंने आरोपित पूर्व सचिव के खिलाफ प्रस्ताव पास कर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश एसएसपी बठिडा से की। एसएसपी ने मामले की जांच ईओ विग को सौंप दी। वहीं सभा के जूनियर सहायक द्वारा की गई जांच रिपोर्ट के आधार पर थाना मौड़ पुलिस ने आरोपित पूर्व सचिव पर करीब सवा छह लाख रुपये के गबन करने के आरोप में शनिवार को मामला दर्ज किया है। फिलहाल आरोपित की गिरफ्तारी होनी बाकी है।

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पुलिस को दी शिकायत में सहायक रजिस्ट्रार सहकारी सभावा तलवंडी साबो के जूनियर सहायक निर्मल सिंह ने बताया कि आरोपित पूर्व सचिव तलवंडी साबो वासी अनूप सिंह निवासी गांव संदोहा की मल्टीपर्पज सहकारी खेतीबाड़ी सभा में बतौर सचिव नियुक्त था। उसने सभा के रिकार्ड में 31 मार्च 2017 के रिकार्ड में पिछला बकाया दर्ज न कर करीब दो लाख 53 हजार 858 रुपये का गबन किया, जबकि खाद स्टाक और जरूरी सामान में हेरफेर कर करीब 3 लाख 58 हजार 168 रुपये का गबन कर दिया। आरोपित पूर्व सचिव ने करीब 6 लाख 12 हजार रुपये का फंड अपने निजी हित के लिए प्रयोग कर लिया। जूनियर सहायक द्वारा दी गई अपनी जांच रिपोर्ट में बताया है कि आरोपित ने 29 नवंबर 2017 में खाद के स्टाक में करीब 1.76 लाख रुपये और 1.90 लाख के जरूरी सामान और नकदी का पिछला बकाया अपने रिकार्ड में दर्ज न कर 2.54 लाख रुपये यानि कुल 6.12 लाख के अलावा 3533 रुपये का जीएसटी यानि कुल 6.15 लाख रुपये अपने निजी हित के लिए प्रयोग कर लिए है। मामले का पर्दाफाश सभा की प्रबंधक कमेटी द्वारा सभा के रिकार्ड की जांच करने के बाद हुआ, जिसके बाद मामले की जांच सभा के सहायक जूनियर को सौंपी गई। जूनियर सहायक की रिपोर्ट को आधार बनाते हुए पुलिस ने आरोपित पूर्व सचिव अनूप सिंह पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।

एक दर्जन सहकारी सभाओं में हो चुके हैं करोड़ों रुपये के घोटाले

जिले में एक दर्जन सहकारी सभाओं में पिछले पांच सालों में करीब दस करोड़ रुपये का गबन सामने आ चुका है। मगर सभाओं के सचिवों के खिलाफ केस दर्ज करके मामले दबा लिए गए। विभाग के अन्य किसी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। गांव गोबिदपुरा की सहकारी सभा में 2.51 करोड़ तथा गांव पूहली के सहकारी सभा में साढ़े चार करोड़ से ज्यादा का घोटाला सामने आया है। गांव संदोहा के सहकारी सभा में 46.73 लाख का गबन किया गया। सहकारी सभा बुर्ज में 10.60 लाख, गांव लालेआणा में 6 लाख तथा गांव ढिपाली में 60 लाख के गबन का मामला सामने आया है। इसके अलावा कई अन्य सहकारी सभाओं में गबन के मामले सामने आ चुके हैं। तय रेट से ज्यादा ब्याज लिया, एफडी पर किसानों के नाम पर कर्ज दिखा दिया

2016 में बठिडा सहकारी बैंक में अधिकारियों द्वारा मनमानी किए जाने के खिलाफ किसानों ने प्रदर्शन किया था। संगत मंडी, महिमा सरजा, बठिडा, महराज भुच्चो मंडी की सहकारी सभाओं में किसानों को तय रेट 4 प्रतिशत से ज्यादा 12 प्रतिशत ब्याज लिया जा रहा था।

इसी तरह गांव पूहली सहकारी सभा में पाया गया कि किसान सदस्यों के सेविग अकाउंट में एफडी पर कर्ज दिया गया, जबकि किसानों का कहना है कि उन्होंने कर्ज लिया ही नहीं लिया है। इतना ही नहीं इन गबनों के खिलाफ सितंबर 2016 में सहकारी खेतीबाड़ी सभाएं कर्मचारी यूनियन के सदस्यों व किसान ने रोष प्रदर्शन किया। धरने के दौरान यूनियन नेताओं ने सहकारी बैंक द्वारा किये जा रहे घोटालों संबंधी जानकारी दी कि कैसे अब तक बैंक की विभिन्न ब्रांचों जैसे कि संगत मंडी, महिमा सरजा, बठिडा, महराज भुच्चो मंडी में अब तक लगभग 40 करोड़ रुपये के घोटाले सामने चुके हैं। पर बैंक प्रबंधक इन घोटालों में शामिल दोषियों को बचाने में लगे हुए हैं और इन घोटालों पर पर्दा पाने के लिए सभाएं किसानों को दिए जाने वाले फसली कर्जों पर जुबानी रोक लगाकर किसानों को ज्यादा ब्याज वाला कर्ज लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जबकि सरकार की ओर से किसानों को फसली कर्जा चार प्रतिशत ब्याज पर देने का एलान किया हुआ है, जबकि बैंक अधिकारी किसानों को 12 प्रतिशत वाला कर्जा लेने के लिए मजबूर कर रहे थे।


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