धान की ऑनलाइन खरीद का भाकियू लक्खोवाल के प्रदेश महासचिव ने किया विरोध
भाकियू लक्खोवाल के प्रदेश महासचिव रामकरन सिंह रामा ने प्रेस बयान जारी करते हुए पंजाब कैबिनेट की बैठक में धान की ऑनलाइन खरीद संबंधी लिए गए फैसले की कड़ी निदा की।
संसू, रामामंडी : भाकियू लक्खोवाल के प्रदेश महासचिव रामकरन सिंह रामा ने प्रेस बयान जारी करते हुए पंजाब कैबिनेट की बैठक में धान की ऑनलाइन खरीद संबंधी लिए गए फैसले की कड़ी निदा की। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल पंजाब सरकार द्वारा धान की ऑनलाइन खरीद करने वाले फैसले को खारिज करती है। उन्होंने कहा कि नई नीति के तहत पंजाब सरकार ने धान की खरीद से पीछे हटकर बड़े पूंजीपतियों के पास किसानों के हित को गिरवी रख दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों को पंजाब में लागू करके किसान, मजदूर और आढ़तियों के हितों को बड़े कार्पोरेट घरानों के पास गिरवी रख दिया है । उन्होंने कहा कि इस नई नीति के तहत शेलर मालिक किसानों से धान की खरीद करने में संकोच करेंगे और धान की गुणवत्ता को खराब बताकर किसानों को मनमाना मूल्य देंगे। उन्होंने कहा कि पहले शेलर मालिक किसानों को मंडियों में परेशान करते थे और धान में नमी की मात्रा को अधिक बताकर 8 से 10 किलो तक काट लगा देते थे, लेकिन अब धान की खरीद को ऑनलाइन कर किसानों को बड़े पैमाने पर लूटा जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले से ही आर्थिक रूप से कमजोर किसानों पर सरकारी और गैर सरकारी लाखों रुपये का कर्ज चढ़ा हुआ है, लेकिन अब इस नई नीति के तहत सरकारें किसानों को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए षड्यंत्र रच रही थीं। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब सरकार ने अपने फैसले को वापस नहीं किया तो भारतीय किसान यूनियन लाखोवाल इस फैसले के विरोध में सड़कों पर उतरकर संघर्ष करेगी और इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।