Bathinda News: पुलिस से इंसाफ नहीं मिला तो हाकम सिंह बना 'वीरू', टंकी पर चढ़ किया बवाल, बोला- सुसाइड कर लूंगा
रामपुरा फूल में रहने वाले एक व्यक्ति ने फाइनेंस कंपनी के नाम पर 3.90 लाख रुपये की ठगी करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए वीरवार को उक्त व्यक्ति पानी की टंकी में चढ़ गया और आत्महत्या की धमकी दी।
बठिंडा, जागरण संवाददाता । रामपुरा फूल में रहने वाले एक व्यक्ति ने फाइनेंस कंपनी के नाम पर 3.90 लाख रुपये की ठगी करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस की तरफ से कोई भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए वीरवार को उक्त व्यक्ति पानी की टंकी में चढ़ गया और आत्महत्या की धमकी दी।
इस दौरान पीड़ित व्यक्ति ने कार्रवाई के नाम पर पुलिस के जांच अधिकारी पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाए। इस बाबत मौके पर मौजूद लोगों ने उसे समझा बुझाकर इंसाफ दिलवाने का आश्वासन देकर टंकी से नीचे उतारा गया।
खाते का हो गया गलत इस्तेमाल
रामपुरा फूल निवासी हाकम सिंह ने बताया कि दो साल पहले उसके पास बैंक से लोन दिलवाने का झांसा देकर रंजीत सिंह नामक व्यक्ति उसके पास आया और कहा कि उसे लोन मिल सकता है, इसलिए वह कैपिटल बैंक में खाता खुलवा ले। इसके बाद उक्त व्यक्ति ने उसके दस्तावेज हासिल किए और कुछ समय बाद उसे बैंक की पास बुक देकर चला गया।
चेक बुक यह कहकर नहीं दी कि उसके लोन के बाद उसे वापस कर देंगे। इस मामले में जालसाजों ने खाता खुलवाते समय उसके असल साइन बैंक में नहीं दिए व अपनी तरफ से जाली साइन कर दिए। चेक बुक अपने पास रखकर उन्होंने उसके खाते का गलत इस्तेमाल किया।
3.90 लाख का चेक किया बाउंस
इसकी जानकारी उस समय मिली जब उसे कोर्ट की तरफ से नोटिस आया। जिसमें तीन लाख 90 हजार रुपये का चेक एक व्यक्ति को दिया था, जो कि बाउंस हो गया। उस व्यक्ति ने उसके खिलाफ कोर्ट में केस कर दिया है। वहीं गुरदेव सिंह नामक एक व्यक्ति का फोन आया कि अगर वह कानूनी कार्रवाई से बचना चाहता है, तो 3.90 लाख की राशि जमा करवा दे। पीड़ित हाकम सिंह ने बताया कि जब उसने कोर्ट में जमा दस्तावेज देखे, तो जो चेक लगाया गया था उसमें न तो उसकी लिखाई है व न ही उसके हस्ताक्षर थे। उसने इस संबंध में लिखित शिकायत जिला पुलिस के पास दी।
पुलिस ने माग ली रिश्वत
थाना रामपुरा फूल प्रभारी ने जांच की, तो रिपोर्ट में लिखा कि जो चेक में साइन है। वह हाकम सिंह के नहीं है। इस बाबत नौ महीने बीतने के बाद भी पुलिस ने आरोपित लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि कुछ समय पहले जांच अफसर ने रिपोर्ट देने व केस दर्ज करवाने के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी।
इसी से परेशान होकर वह बठिंडा पहुंचकर पानी की टंकी पर चढ़ गया। इस बाबत उसने सीएम भगवंत मान से भ्रष्ट अफसरों के साथ लोगों से फाइनेंस कंपनी के नाम पर जालसाजी करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।