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एक अक्टूबर से बीड़ तलाब चिड़ियाघर में डियर सफारी का मजा भी ले सकेंगे विजिटर

गांव बीड़ तलाब में बने मिनी जू में अब लोग डियर सफारी का भी मजा ले सकेंगें। इसके लिए जंगलात विभाग ने ई-रिक्शा को चलाने संबंधी टेंडर लगा दिया है। इसके आधार पर डियर सफारी को 1 अक्टूबर से शुरू करने की योजना है। हालांकि कोरोना के कारण बीते साल से बंद पड़े मिनी चिड़ियाघर को तो दिसंबर माह में शुरू कर दिया था लेकिन डियर सफारी का टेंडर न होने के कारण खोला नहीं गया था। जबकि इसका हर साल ठेका होता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 07:52 AM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 07:52 AM (IST)
एक अक्टूबर से बीड़ तलाब चिड़ियाघर में डियर सफारी का मजा भी ले सकेंगे विजिटर

जागरण संवाददाता, बठिडा : गांव बीड़ तलाब में बने मिनी जू में अब लोग डियर सफारी का भी मजा ले सकेंगें। इसके लिए जंगलात विभाग ने ई-रिक्शा को चलाने संबंधी टेंडर लगा दिया है। इसके आधार पर डियर सफारी को 1 अक्टूबर से शुरू करने की योजना है। हालांकि कोरोना के कारण बीते साल से बंद पड़े मिनी चिड़ियाघर को तो दिसंबर माह में शुरू कर दिया था, लेकिन डियर सफारी का टेंडर न होने के कारण खोला नहीं गया था। जबकि इसका हर साल ठेका होता है। वहीं विभाग की ओर से पहले अप्रैल में माह भी डियर सफारी का टेंडर लगाया गया था, लेकिन बाद में मई में कोरोना का प्रकोप बढ़ने के बाद इसको स्थगित कर दिया गया था। इसके चलते अब फिर से टेंडर लगाया गया है।

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बीते साल 22 मार्च को जब सारा कुछ बंद हो गया था तो डियर सफारी का भी ठेका नहीं हो पाया था। अब विभाग की ओर से जारी किए गए टेंडर के अनुसार इसकी कम से कम कीमत 18,100 रुपये रखी गई है। टेंडर के लिए अप्लाई करने वाले के पास दो ई-रिक्शा का होना जरूरी है। इसके साथ ही डियर सफारी में घूमने के लिए टिकट का रेट 30 रुपये रखा गया है तो बच्चों के लिए यह रेट 20 रुपये तय किया है। अगर बात की जाए तो बठिडा के चिड़ियाघर में हर हफ्ते एक हजार के करीब टिकटों की बिक्री होती है, जिसमें से 700 के करीब लोग डियर सफारी भी घूमने के लिए जाते हैं। मगर एक साल से बंद होने के कारण यहां आने वाले विजिटर डियर सफारी का मजा नहीं ले पा रहे थे।

टाइगर सफारी शुरू करने पर भी हो रही है तैयारी

बीड़ तलाब स्थित मिनी जू में टाइगर सफारी बनाने की चल रही योजना को एक बार फिर से शुरू करने की तैयारी हो गई है। इसके लिए फाइलों को तैयार कर मंजूरी के लिए चंडीगढ़ छत्तबीड़ जू में भेज दिया गया है। हालांकि 2017 में मिनी जू में टाइगर सफारी का प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो सका था तो लोगों को आकर्षित करने के लिए तेंदुए लाए गए थे। उस समय दो मेल व एक फीमेल तेंदुए को लाया गया था। मगर कुछ समय पहले फीमेल तेंदुए की मौत हो गई तो उसकी जगह पर जंगल से मेल तेंदुआ ही लाया गया। इसके बाद बीड़ तलाब मिनी जू में लोगों का आना जाना काफी बढ़ गया। वहीं अब टाइगर सफारी बनाने की तैयारी की जा रही है। बजट पास होते ही काम शुरू हो जाएगा। इसके बनने पर विभाग को उम्मीद है कि जू में ओर भी दर्शक आएंगे। इसके अलावा मिनी जू में फिलहाल तीन मेल तेंदुए होने के बाद अब फीमेल तेंदुए को लेकर आने की भी तैयारी हो गई है। इसके लिए छत्तबीड़ जू चंडीगढ़ से मंजूरी भी मिल गई है। इसको बठिडा में लेकर आने के लिए अब ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। इसके बाद यहां पर चार तेंदुए हो जाएंगे।

इस समय हैं यह जानवर

बीड़ तलाब जू में ईमू, उल्लू, मोर, बंदर, तोते, कबूतर जैसे जानवर हैं। डियर सफारी अलग से बनाई गई है। यहां पर विभिन्न नस्लों के 234 हिरण हैं, जिनको सफारी में खुला छोड़ा गया है। इसकी अलग से टिकट लगती है। इनको देखने के लिए टोय ट्रेन से घुमाया जाता है। यहां तक कि हर जानवर की खुराक भी अलग अलग है। इसमें अकेले तेंदुए ही हर रोज 12 किलो मास खाते हैं, जिससको सहारनपुर से मंगवाया जाता है। टाइगर सफारी को ओपन बनाया जाएगा, जिसमें घूमने के लिए लोगों को एक कवर वैन में बिठाकर घुमाया जाएगा। जल्द डियर सफारी खुलेगा : डीएफओ

डीएफओ स्वर्ण सिंह का कहना है कि जू में डियर सफारी को शुरू करने के लिए टेंडर लगा दिया है, जिसको अब जल्द ही आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।


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