पुलिस को समर्थन देने के आरोप में मनप्रीत बादल के खिलाफ गरजे वकील
जिला प्रधान एडवोकेट नवदीप सिंह जीदा के बीच हुई झड़प के मामला शांत नहीं हो रहा।
जासं, बठिडा : ट्रैफिक हवलदार रंजीत सिंह व बठिडा बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान व आप के जिला प्रधान एडवोकेट नवदीप सिंह जीदा के बीच हुई झड़प के मामला शांत नहीं हो रहा। बुधवार को वकीलों ने वित्त मंत्री मनप्रीत बादल पर पुलिस को समर्थन देने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वकील जहां एडवोकेट जीदा पर दर्ज झूठा केस रद करवाने और आरोपित पुलिस मुलाजिम पर केस दर्ज करने की मांग पर अड़े हुए, वहीं पुलिस भी वकीलों की इन मांगों जायज न मानते हुए उन्हें नहीं मानने को तैयार है। इसके चलते छठे दिन वीरवार को बार एसोसिएशन न कामकाज ठप रखकर एसएसपी दफ्तर के सामने दो घंटे तक रोष धरना दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। वीरवार को बार एसोएिशन ने पुलिस के साथ-साथ वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ भी मोर्चा खोलते हुए उनके खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की और एसएसपी को सस्पेंड करने व उसका तबादला करने की मांग उठाई। इस दौरान जब एसएसपी अपनी गाड़ी पर सवार होकर अपने दफ्तर से जाने लगे, दफ्तर के बाहर बैठे वकीलों ने खड़े होकर हूटिग शुरू कर दी। इस दौरान वकीलों ने कहा कि पाकिस्तान ब्लड लाइन वाला एक पार्टी का नेता वोटों से पहले बार एसोसिएशन पहुंचकर वकीलों के हर दुख-सुख में खड़े होने का दावा कर रहा था, लेकिन पूर्व एक सप्ताह से वह नजर तक नहीं आया है। उन्होंने कहा कि वकील अपने सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसे वह आखिरी तक लेकर जाएगे। वकीलों ने कहा कि जब तक पुलिस प्रशासन खिलाफ धरने लगते है, वह प्रदर्शनकारियों में फूट पैदा कर उसका फायदा लेते हैं, लेकिन यह सम्मान की बात है कि वकील आजतक एकजुट है। लोगों को इंसाफ दिलाने वाले वकील किसी भी हालत में झुकेंगे नहीं। इस मौके पर एडवोकेट एमएम बहल ने कहा कि जब एडवोकेट जीदा के खिलाफ दर्ज केस रद नहीं होता और ट्रैफिक हवलदार समेत अन्य पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं होती है, उनका संघर्ष जारी रहेगा। एडवोकेट रणवीर सिंह बराड़ ने कहा कि उर्दू भाषा बोलने वाला उक्त नेता वकीलों के खिलाफ हो रही धक्केशाही पर कुछ नहीं बोल रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी नेताओं को गलतफहमी है कि वोटों से पहले बार एसोसिएशन में कुछ उर्दू की लाइनें बोलकर वकीलों को अपने पीछे नहीं लगा सकेगा। वह आटा-दाल का लारा लगाकर अनपढ़ लोगों को गुमराह कर सकते है, लेकिन वकील भाईचारे को गुमराह नहीं किया जा सकता है।
वहीं सीनियर एडवोकेट हरपाल सिंह खारा ने कहा कि पुलिस अधिकारी सियासी दबाव में गलत काम कर लेते है, लेकिन बाद में भुगतना पुलिस अधिकारियों को ही पड़ता है। उन्होंने कहा कि बादल परिवार के नजदीकी बताएं जाने वाले एक आइजी स्तर के एक पुलिस अधिकारी ने बहिबल में गोली चलाई, लेकिन आज उसकी हालत यह है कि उसे जेल जाना पड़ा। उन्होंने कांग्रेस से जुड़े वकीलों को अपने पद छोड़ने की अपील की।
उधर, बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट कंवलजीत सिंह कुटी का कहना है कि उनका संघर्ष जारी रहेगा, जबतक पुलिस ने उनकी मांगों को नहीं मान लेती है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को बार की दोबारा से जनरल हाउस की मीटिग बुलाई जाएगी, जिसमें संघर्ष की अगली रूपरेखा तैयार की जाएगी। वहीं वीरवार को भी हड़ताल के कारण ज्यादा तरह अदालतों में केसों की सुनवाई नहीं हुई और उन्हें अगली तारीख दे दी गई। जिसके कारण आम पब्लिक को काफी परेशानी भी झेलनी पड़ी।
हवलदार रंजीत सिंह पर क्रास केस दर्ज
जासं, बठिडा : बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान नवदीप जीदा व ट्रैफिक हवलदार रंजीत सिंह की हुई झड़प मामले के पांचवे दिन हवलदार रंजीत सिंह पर क्रास केस दर्ज कर दिया गया है। एसएसपी बठिडा डॉ.नानक सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि एडवोकेट जीदा की मेडिकल रिपोर्ट उनको आज मिली है। उस रिपोर्ट के मुताबिक एडवोकेट जीदा के नाक में फ्रेक्चर आया है। इसके चलते हवलदार रंजीत सिंह पर क्रास केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरी कार्रवाई कानून के अनुसार ही की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वीरवार को देर शाम हवलदार रंजीत सिंह पर मारपीट करने की धाराओं के तहत क्रास केस दर्ज कर लिया गया है। गौरतलब है कि 17 अगस्त को बठिडा की 100 फीट रोड पर दैनिक जागरण के दफ्तर के पास एडवोकेट नवदीप जीदा व हवलदार रंजीत सिंह का आपस में विवाद हो गया था। इसके बाद बार एसोसिएशन व आम आदमी पार्टी द्वारा इसके खिलाफ रोष प्रदर्शन किया जा रहा था।