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मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बहुत ज्यादा जरूरी : डा. अरूण बांसल

चिता हमें तनाव देती है और अगर ये तनाव लंबे समय तक बना रहे तो ये डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 11:59 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 11:59 PM (IST)
मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बहुत ज्यादा जरूरी : डा. अरूण बांसल

जासं, बठिडा : चिता हमें तनाव देती है और अगर ये तनाव लंबे समय तक बना रहे, तो ये डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है। ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी है। वैसे भी मेंटल हेल्थ शरीर के नजरअंदाज किए जाने वाले हिस्सों में से एक है। यह बात व‌र्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर आयोजित जागरूक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के सचिव व सीजेएम अशोक चौहान ने कही। व‌र्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के मौके पर जिला मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के नोडल अधिकारी डा. अरुण बांसल की अगुआई में एक जागरूक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचे सीजेएम अशोक चौहान ने कहा कि मानसिक समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 10 अक्टूबर को व‌र्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के तौर पर मनाया जाता है।

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जिला मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के नोडल अधिकारी डा. अरुण बांसल ने बताया कि इस बार एक असमान दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य थीम निर्धारित किया गया है। डा. बांसल ने बताया कि मानसिक तनाव, चिता और डिप्रेशन की वजह से दुनिया में बहुत सारे लोग सोशल स्टिग्मा, डिमेंशिया, हिस्टिरिया, एग्जाइटी, आत्महीनता जैसी कई तरह की दिक्कतों और मानसिक बीमारियों से जूझ रहे हैं। इन दिक्कतों की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने और लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से व‌र्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया जाता है। ऐसे में मेंटल हेल्थ को लेकर जागरूकता बेहद जरूरी है। ऐसे में लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील और जागरूक बहुत जरूरी है।


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