भाई के साथ मिलकर की पिता की हत्या, बाद में झूठा केस करवाया दर्ज
सीआइए स्टाफ वन व ओकू पुलिस टीम ने एक सांझी कार्रवाई के दौरान पिता की हत्या मामले में पीओ चल रही युवती को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ थाना सदर रामपुरा में मामला दर्ज किया है।
जासं, बठिडा : सीआइए स्टाफ वन व ओकू पुलिस टीम ने एक सांझी कार्रवाई के दौरान पिता की हत्या मामले में पीओ चल रही युवती को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ थाना सदर रामपुरा में मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित युवती से पंजाब से बाहर जाने की फिराक में थी। पुलिस ने आरोपित महिला को अदालत में पेशकर उसका दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है, ताकि पूछताछ कर इस मामले में नामजद आरोपित युवती के भाई व उसके दोस्तों को गिरफ्तार किया जा सके। एएसआइ गुरतेज सिंह ने बताया कि शनिवार को सीआईए वन व ओकू की संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर गांव जोधुपर रोमाणा टी प्वाइंट से आरोपित सर्वजीत कौर निवासी गांव भलाईआणा, जिला श्री मुक्तसर साहिब को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक करीब एक साल से पीओ चल रही महिला सर्वजीत कौर शनिवार को पंजाब छोड़कर भगाने की तैयारी कर रही थी। एएसआइ अवतार सिंह ने बताया कि साल 2017 में आरोपित सर्वजीत कौर के भाई जामन सिंह ने अपने दोस्त गगनदीप सिंह उर्फ गगना निवासी गांव कराड़वाला और गुरप्रीत सिंह निवासी गांव घुमनकलां के साथ मिलकर अपने ही पिता महिदर सिंह की हत्या कर दी थी और सर्वजीत कौर ने पुलिस को झूठी शिकायत देकर गांव कराड़वाला निवासी गुरदीप सिंह, हरदीप सिंह व सुखदेव सिंह पर मामला दर्ज करवाया था।
पुलिस को दी शिकायत में सर्वजीत कौर ने बताया था कि उसके भाई जामन सिंह का उक्त व्यक्तियों के साथ झगड़ा हुआ था। उसी रंजिश में उक्त लोगों ने उसके घर में दाखिल होकर उसके पिता महिदर सिंह की हत्या कर दी। पुलिस ने जब आरोपित लोगों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो पुलिस को पता चला कि सर्वजीत कौर के भाई जामन सिंह ने अपने दो दोस्त गगनदीप सिंह उर्फ गगना निवासी गांव कराड़वाला और गुरप्रीत सिंह निवासी गांव घुमनकलां के साथ मिलकर खुद ही अपने पिता की हत्या की और अपनी बहन सर्वजीत कौर की मदद से पुलिस को गलत शिकायत देकर गांव के तीनों लोगों पर केस दर्ज करवा दिया। इसके बाद पुलिस ने उक्त मामले में सर्वजीत कौर, उसके भाई जामन सिंह व उसके दोस्त गगनदीप सिंह व गुरप्रीत सिंह को नामजद किया था। जबकि झूठे केस में जेल में बंद गुरदीप सिंह, हरदीप सिंह व सुखदेव सिंह को रिहा किया गया।
एएसआइ गुरतेज सिंह ने बताया कि एक साल से पहले सर्वजीत कौर, उसका भाई जामन सिंह व गगनदीप सिंह भगोड़ा चल रहे थे। उसे शनिवार को काबू कर दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया, ताकि अन्य आरोपितों को काबू किया जा सके।