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मीथाडोन प्रोजेक्ट के साथ अब नए मरीज नहीं जोड़ेगा सेंटर

जागरण संवाददाता,ब¨ठडा : सरकार की तरफ से ब¨ठडा के सिविल अस्पताल के नशा छुडाओ सेंटर में एक मीथाडोन प्र

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Jan 2018 01:02 AM (IST)Updated: Tue, 23 Jan 2018 01:02 AM (IST)
मीथाडोन प्रोजेक्ट के साथ अब नए मरीज नहीं जोड़ेगा सेंटर
मीथाडोन प्रोजेक्ट के साथ अब नए मरीज नहीं जोड़ेगा सेंटर

जागरण संवाददाता,ब¨ठडा : सरकार की तरफ से ब¨ठडा के सिविल अस्पताल के नशा छुडाओ सेंटर में एक मीथाडोन प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है। इस सेंटर में आइवी यूजर व अधिक नशा करने वालों को उनका नशा छुड़ाने के लिए मीथाडोन की दवा दी जाती है। सेंटर के स्टाफ की मौजूदगी में ही नशा छोड़ने वाले को मीथाडोन की डोज दी जाती है। विभाग के तरफ से यह दवा मुफ्त में दी जाती है। सेंटर ने अब कुछ दिन के लिए नए मरीजों को मीथाडोन में शिफ्ट न करने का फैसला लिया है। इसका कारण बताया जा रहा है कि सेंटर के पास मीथाडोन दवा का स्टाक कम है वहीं कुछ फंड की भी कमी है।

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पंजाब में दो जगह पर चल रहा मीथाडोन प्रोजेक्ट

पंजाब सरकार ने सूबे के दो जिलों( ब¨ठडा व कपूरथला) में मीथाडोन प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। फरवरी 2012 में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत कर दी गई थी। मीथाडोन प्रोजेक्ट के शुरु करने का मक्सद था कि टीका लगा कर नशा करने वाले व दूसरा नशा जिसमें हैरोइन, चिट्टा शामिल है को करने वाले व्यक्ति को उनके नशा छुड़वाया जाए इस लिए उन मरीजों को मीथाडोन की दवा देनी विभाग से शुरू की थी। करीब 160 मरीज का इलाज मौजूदा समय में चल रहा है उक्त व्यक्ति हर रोज आ कर सेंटर से मीथाडोन की दवा पी कर जाते हैं। मेडिसन लेने वाले सभी मरीजों का रिकार्ड भी सेहत विभाग अपने पास रखता है। नशा छोड़ने वालों को उनके नशे की डोज के अनुसार मीथाडोन की डोज तय की जाती है।

मीथाडोन का स्टाक लिमिटेड

मीथाडोन मेडिसन सेंटर के अलावा और कहीं से नहीं मिलती है। यहां बताना जरुरी है कि मीथाडोन मेडिसन को देहरादून से मंगवाया जाता है। इस के लिए कड़े नियम बने हैं। सूत्रों की माने तो करीब दो माह का समय लग जाता है मीथाडोन मेडिसन को लाने में। मीथाडोन दवा के लिए अलग से लाइसेंस बनता है फिर उसी के बाद सेहत विभाग इसकी खरीद कर सकता है। प्राइवेट तौर पर यह साल्ट नहीं मिलता है। मीथाडोन मेडिसन के मौजूदा स्टाक के मद्देनजर सेंटर के संचालक ने नए केस मीथाडोन पर शिफ्ट करने पर अभी प्रतिबंध लगा दिया है।

कोट्स

दिल्ली से एक मेल आई थी कि मीथाडोन प्रोजेक्ट के तहत अभी नए केस न लो, इस लिए कुछ समय तक मीथाडोन प्रोजेक्ट के साथ नए मरीज नहीं जोड़े जा रहे हैं।

डॉ.पीडी बंसल, इंचार्ज, मीथाडोन प्रोजेक्ट,ब¨ठडा।


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