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जाली Signature पर 12.5 करोड़ का दिया Loan, PNB के चार अधिकारियों पर केस

जाली हस्ताक्षर कर एक एक्सपोर्ट कंपनी का 12.5 करोड़ रुपये लोन पास करने के एक मामले में पंजाब नेशनल बैंक के चार अफसरों पर केस दर्ज किया गया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 23 Jul 2019 09:02 PM (IST)Updated: Wed, 24 Jul 2019 11:40 AM (IST)
जाली Signature पर 12.5 करोड़ का दिया Loan, PNB के चार अधिकारियों पर केस
जाली Signature पर 12.5 करोड़ का दिया Loan, PNB के चार अधिकारियों पर केस

जेएनएन, बठिंडा। शहर के एक बिजनेसमैन के बतौर Guarantor जाली हस्ताक्षर कर एक एक्सपोर्ट कंपनी का 12.5 करोड़ रुपये लोन पास करने के एक मामले में पंजाब नेशनल बैंक के चीफ मैनेजर, डीजीएम, एजीएम व ब्रांच मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। थाना कोतवाली पुलिस ने यह मामला पीडि़त बिजनेसमैन की शिकायत की पूरी पड़ताल करने के बाद दर्ज किया है। फिलहाल आरोपित बैंक अधिकारियों की गिरफ्तारी होनी बाकी है।

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बिजनेसमैन कुनाल गर्ग निवासी अग्रसेन नगर, बठिंडा ने थाना कोतवाली पुलिस बताया कि अप्रैल 2018 में उसे पहली बार डेब्ट्स रिकवरी ट्रिब्यूनल चंडीगढ़ ने केजी एक्सपोर्ट नाम कंपनी के लोन अकाउंट का नोटिस भेजा। इसमें बताया गया कि उक्त कंपनी ने 2015 में PNB की कीकर बाजार ब्रांच से 12.5 करोड़ रुपये का लोन लिया है। इसमें वह बतौर Guarantor शामिल है, जबकि कुनाल का कहना है कि उनका उक्त कंपनी के साथ कोई संबंध नहीं है।

कुनाल का कहना है कि न तो कभी उन्होंने कोई हस्ताक्षर किए और न ही कभी Guarantor बने। इसके बाद उन्होंने आरटीआइ के जरिए बैंक से केजी एक्सपोर्ट फर्म के लोन संबंधी सभी दस्तावेज हासिल किए। इसमें उन्हें पता लगा कि लोन एप्लीकेशन राजिंदर कुमार पुत्र रोशन लाल के नाम पर है। इसने कंपनी के नाम पर बैंक से 12.5 करोड़ रुपये लोन की लिमिट हासिल की हुई है। इसमें बतौर Guarantor मधु गुप्ता पत्नी राजिंदर गुप्ता, राखी गुप्ता पुत्री सोहन लाल, अंजू गर्ग पत्नी जीवन गर्ग और तनीशा गर्ग पुत्री भगवानदास के नाम दर्ज है।

पीड़ित का कहना है उसका या उसके परिवार के किसी भी सदस्य का नाम लोन फार्म में दर्ज नहीं है। कुनाल का दावा है कि गारंटी डीड पर उसके जाली हस्ताक्षर हैं। पीडि़त ने बताया कि अन्य Guarantorों ने अपनी प्रॉपर्टी की कीमत का विवरण बैंक को दिया है, जबकि उसने अपनी कोई भी प्रॉपर्टी का विवरण बैंक में नहीं दिया गया है। उसने आरोप लगाया कि राजिंदर कुमार ने बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से उसके जाली हस्ताक्षर किए हैं।

कुनाल गर्ग की शिकायत पर पुलिस ने जब बैंक अधिकारियों की भूमिका की जांच की तो पता चला कि इस लोन को पास करने में बैंक के चीफ मैनेजर सुशील जैन, डीजीएम प्रवीन सिंगला, एजीएम गुरप्रीत सिंह भाटिया व संजीव कक्कड़ मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक कीकर बाजार बठिंडा भी शामिल हैं। उन्होंने राजिंंदर कुमार के साथ मिलीभगत कर शिकायतकर्ता कुनाल गर्ग के जाली हस्ताक्षर कर उन्हें लोन में बतौर बैंक Guarantor शामिल किया। फिलहाल चारों आरोपितों का PNB कीकर बाजार ब्रांच से तबादला हो चुका है।

आरोपित पहले भी बना चुका है फर्जी गारंटर

कुनाल बताया कि राजिंदर कुमार ने ऐसे पहले भी राखी गुप्ता के जाली हस्ताक्षर कर उसे बिना बताए उसे गारंटर बना लिया था, जिसके चलते 12 जुलाई 18 को थाना सिविल लाइन में राजिंदर कुमार के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज हो चुका है। इस मामले में बैंक अधिकारियों की मिलीभगत है। राङ्क्षजदर वर्तमान में एक अन्य धोखाधड़ी के मामले में जेल में हैं।

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