किसान बोले : कृषि सुधार कानून रद होने तक धरने पर बैठेंगे
कृषि कानून को रद्द करवाने के लिए किसानों द्वारा अनिश्चितकाल के लिए चल रहा धरना जारी रहेगा।
संवाद सूत्र, बरनाला : कृषि कानून को रद्द करवाने के लिए किसानों द्वारा अनिश्चितकाल के लिए चल रहा धरना रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग, भाजपा जिला प्रधान यादविदर शंटी, भाजपा पंजाब नेता अर्चना दत्त, हंडिआया रोड शापिग मार्ट, बरनाला बाजाखाना रोड शापिग माल, हंडिआया, धनौला, संघेड़ा, धौला पेट्रोल पंप समेत बड़बर व महलकलां टोल प्लाजा समेत जिले में करीब 15 जगहों पर धरना जारी रखा हुआ है। धरने के 57वें दिन किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी आर्डिनेंस को लागू करके छोटे व मध्यमवर्गीय किसानों को बेरोजगारी की दलदल में धकेलना चाहती है। बिजली संशोधन एक्ट को लागू करके किसानों को मिलने वाली बिजली सब्सिडी को खत्म कर रही है। कृषि सेक्टर से किसानों को बाहर कर केंद्र सरकार यह सेक्टर कारपोरेट घरानों को देना चाहती है। केंद्र सरकार इन कानूनों के माध्यम से राज्यों से उनके अधिकार छीन अपने हाथों में ले रही है। किसानों को बीजों, खादों , औजारों व मशीनरी पर मिलने वाली सब्सिडी को खत्म करने जा रही है। डीजल व पेट्रोल के रेटों में वृद्धि करके किसानों की आर्थिकता को तबाह किया जा रहा है। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाशत नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानून रद नहीं करती तब तक धरने प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहेंगे। इस मौके पर किसानों ने कहा कि दिल्ली में रखे गए कार्यक्रम को किसी तरह से कमजोर नहीं होने दिया जाएगा, इसके लिए भले ही कुछ करना पड़े, यदि सरकार ने रास्ता नहीं दिया तो गांवों के रास्ते दिल्ली पहुंचा जाएगा।