ढाई लाख की नगदी, चार तोला सोना व बैंक की एफडी चोरी
बरनाला ग्रीन पैलेस की बैकसाइड सोमवार रात 1 बजे चोरों द्वारा एक घर के ताले तोड़ लाखों की चोरी।
संवाद सूत्र, बरनाला : ग्रीन पैलेस बैक साइड में सोमवार रात एक बजे चोरों द्वारा एक घर के ताले तोड़ कर ढाई लाख की नगदी, 4 तोले सोना व बैंक की एफडी पर हाथ साफ कर दिया। पीड़िता कांता देवी पत्नी लक्ष्मण दास ने बताया कि उसके पति बठिडा के अस्पताल में भर्ती थे, वह उनकी देखभाल के लिए वह बठिडा में थी। उनके घर पर सिर्फ उनकी एक 20 वर्षीय बेटी थी, जो कि रात को 10 बजे अपने चाचा के घर चली जाती है व सुबह घर पर आ जाती है। उन्होंने बताया कि सोमवार रात को 10 बजे उनकी बेटी प्रतिदिन की तरह सोने के लिए अपने चाचा के घर पर चली गई, जो कि उनके घर से कुछ दूरी पर ही है। जब उनकी बेटी मंगलवार सुबह घर पर आई तो घर का पूरा सामना बिखरा पड़ा था। जब उसने अंदर जाकर देखा, तो बैड पर चोरों द्वारा कपड़े व अन्य सामान बखेरा पड़ा था, कमरे के भी दराज खुले पड़े थे व उनकी भी फरोला फराली की हुई थी, उनके कमरे की अलमारी खुली पड़ी थी, जब उसने अपनी अलमारी को चैक किया,तो उनकी अलमारी में पड़ी ढाई लाख की नगदी, 4 तोले सोना व बैंक की एफडी गायब थी। उनकी
बेटी ने उन्हें यह सूचना फोन पर दी। उन्होंने बताया कि अभी उन्हें घर जाकर पता लगेगा, कि उनका ओर कौन-कौन सा सामान चोरी हुआ है। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस घटना की सूचना थाना सिटी-2 की पुलिस को दे दी है।
थाना सिटी-2 के केस इंचार्ज अवतार सिंह ने बताया उन्होंने जब मौके पर जाकर घटनास्थल का जायजा लिया, तो उन्होंने घटनास्थल से चोरों का पेचकश, हथौड़ा व प्लास बरामद किया, जो कि चोर फ्रिज पर रख ही भूल गए। उन्होंने कहा कि आस-पास में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है, उसके आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही चोरों को पकड़ कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौर हो कि शहर में कर्फ्यू के चलते शहर में विभिन्न जगह पर पुलिस तैनात है, परंतु फिर भी यह चोर पुलिस को चकमा देकर शहर की घनी आबादी वाले क्षेत्र में चोरी की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। पुलिस द्वारा कर्फ्यू की चार घंटे की ढील के दौरान भी लोगों को रोक-टोक करना तो याद रहता है, परंतु जब शहर में चोरों द्वारा सोमवार रात एक बजे चोरी की घटना को अंजाम दिया गया, उस वक्त पुलिस क्या कर रही थी, यह सवाल तो सिर्फ लोगों के दिमाग में अनसुलझा सवाल ही बन कर रह जाता है।