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बड़े घल्लूघारे के शहीदों की कुर्बानियां प्रेरणास्त्रोत : लोंगोवाल

गुरुद्वारा साहिब कुतबा बाहमणियां द्वारा ग्राम पंचायत व समूह नगर निवासियों के सहयोग से 1762 ईस्वी के बड़े घल्लूघारे के महान शहीद 35000 हजार सिघ-सिघनियों की याद में जोड़ मेला करवाया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Feb 2020 11:03 PM (IST)Updated: Sun, 09 Feb 2020 11:03 PM (IST)
बड़े घल्लूघारे के शहीदों की कुर्बानियां प्रेरणास्त्रोत : लोंगोवाल
बड़े घल्लूघारे के शहीदों की कुर्बानियां प्रेरणास्त्रोत : लोंगोवाल

संवाद सूत्र महल कलां, बरनाला : गुरुद्वारा साहिब कुतबा बाहमणियां द्वारा ग्राम पंचायत व समूह नगर निवासियों के सहयोग से 1762 ईस्वी के बड़े घल्लूघारे के महान शहीद 35000 हजार सिघ-सिघनियों की याद में जोड़ मेला करवाया गया। इस अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल, हलका चन्नणवाल से एसजीपीसी सदस्य व शिअद के हलका महलकलां के इंचार्ज संत बलवीर सिंह घुन्नस व शिरोमणि कमेटी सदस्य संत दलबार सिंह छीनीवाल ने विशेष तौर पर शमूलियत की। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने बड़े घल्लूघारे के महान शहीदों को श्रद्धांजली भेंट करते हुए कहा कि बड़े घल्लूघारे में अहमद शाह अब्दाली की मुगल फौजों के अत्याचार का मुकाबला कर सिख कौम के लिए शहादतें दीं व उनकी कुर्बानियां सिखों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मुकंद सिंह, सचिव जगजीत सिंह, कमेटी सदस्य बलविदर सिंह, गुरचरन सिंह, कुलविदर सिंह आदि उपस्थित थे।

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