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अनुवादित मराठी उपन्यास 'मौत के घोंसले' रीलिज

संवाद सूत्र, तपा, बरनाला : संत अतर ¨सह यादगारी साहित्यिक ट्रस्ट द्वारा गुरुद्वारा साहिब घुन्नस मे

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 03:14 PM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 03:14 PM (IST)
अनुवादित मराठी उपन्यास 'मौत के घोंसले' रीलिज

संवाद सूत्र, तपा, बरनाला : संत अतर ¨सह यादगारी साहित्यिक ट्रस्ट द्वारा गुरुद्वारा साहिब घुन्नस में समारोह करवाया गया। इस मौके पर पंजाबी के लेखक बूटा ¨सह चौहान ने मराठी के प्रसिद्ध लेखक लक्षमण गायकवाड़ के नावल 'दुभंग' का पंजाबी अनुवाद 'मौत के घोंसले' रिलीज किया गया। यह रस्म ट्रस्ट के चेयरमैन व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव संत बलवीर ¨सह घुन्नस, प्रसिद्ध उपन्यासकार ओम प्रकाश गासो, डॉक्टर जोगिन्द्र ¨सह निराला ने सांझे तौर पर रिलीज किया। इस अवसर पर बूटा ¨सह चौहान ने कहा कि लक्ष्मण गायकवाड़ मराठी का प्रसिद्ध उपन्यासकार हैं। भारतीय सहित अकादमी इनाम विजेता गायकवाड़ का पंजाबी में अनुवाद हुआ यह दूसरा नावल है। गायकवाड़ आदिवासियों व खानाबदोश लोगों बारे लिखने वाले लेखक है। इस अवसर पर कथाकार गुरमीत कड़्यालवी, पंजाबी कवि सी मारकंडा व कथाकार तेजा ¨सह तिलक आदि उपस्थित थे।

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