सिविल अस्पताल बरनाला में छात्रा के दुष्कर्म का मुख्य आरोपित काबू
- पिता के दोस्त ने ही भरोसा जीत कर किया लड़की के साथ दुष्कर्म - दो निजी कर्मचारी गौरव व मनी दुष्कर्
- पिता के दोस्त ने ही भरोसा जीत कर किया लड़की के साथ दुष्कर्म
- दो निजी कर्मचारी गौरव व मनी दुष्कर्म मामले में बे-गुनाह
- दुष्कर्म मामले में मुख्य आरोपित चरणजीत ¨सह को आज किया जाएगा पेश
फोटो-08-बीएनएल-29
संवाद सहयोगी, बरनाला :
गत एक जून को सिविल अस्पताल बरनाला में 10वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा को अस्पताल में तैनात 2 निजी कर्मचारियों गौरव व मनी द्वारा नशे का इंजेक्शन देकर दुष्कर्म का मामला सामने आया था, लेकिन दुष्कर्म मामले में एक सप्ताह बाद पुलिस जांच में हैरानीजनक तथ्य सामने आए हैं। थाना सिटी-1 की पुलिस द्वारा डीएसपी राजेश कुमार छिब्बर ने प्रेस कांफ्रेस में दुष्कर्म मामले में बड़ा खुलासा किया है, जिसमें डीएसपी राजेश कुमार ने ने मुख्य आरोपित चरणजीत ¨सह निवासी खुड्डी रोड़ गली नंबर 2 बरनाला को पेश करते हुए बताया कि दुष्कर्म मामले में दो निजी कर्मचारियों गौरव व मनी दुष्कर्म मामले में बे-गुनाह साबित हुए हैं व उनके द्वारा इस मामले को अंजाम नहीं दिया गया। सबसे बड़ी बात दुष्कर्म की घटना सिविल अस्पताल में 27 मई की रात को नही बल्कि पीड़ित लड़की के घर में ही हुई है। दुष्कर्म की घटना में यह कहना गलत नहीं होगा कि आरोपित व्यक्ति ने अपने ही दोस्त से गद्दारी कर लड़की से दुष्कर्म किया। मामला यह है कि 10वीं कक्षा की छात्रा 17 मई से दस दिनों तक अपनी माता के मानसिक व दिमागी तौर पर बीमार होने के कारण सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थी व उसके पिता प्रदेश से बाहर ट्रक लेकर गए हुए थे। जिसके चलते लड़की खुद अपनी मां का इलाज करवा रही थी। पिता के दोस्त द्वारा अपने ही घर में बेबस होते दुष्कर्म की घटना का शिकार बन गई।
पिता व आरोपित थे कारोबारी तौर पर दोस्त
पीड़ित लड़की का पिता जो घटना के आरोपित चरणजीत ¨सह का कारोबारी तौर पर दोस्त था। जिसको पीड़ित लड़की के पिता द्वारा लड़की की मां की बीमारी के चलते देखभाल का जिम्मा देकर अपने ड्राइवर के काम पर ट्रक लेकर बाहर गया हुआ था। सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाने से कुछ दिन पहले यानि 14 मई के करीब लड़की की मां बीमारी के चलते दवा लेकर सो रही थी व उसका छोटा भाई खेलने बाहर गया था। घर में लड़की को अकेले देखकर आरोपित में फायदा उठाकर नाबालिग लड़की को डरा धमका उसके साथ दुष्कर्म किया व उसको यह बात किसी भी ओर से कहने को मना किया। जिसके बाद जब लड़की अपनी मां का इलाज के समय 28 मई की रात अपनी मां के लिए अस्पताल में लगे वाटर कूलर से पानी लेने गई, तो वहां सिविल अस्पताल के दो निजी कर्मचारी गौरव व मनी ड्यूटी पर ब्लड बैंक के रुम में ले जाकर नशे का इंजेक्शन लगा दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था, लेकिन पुलिस जांच में दोनों बेगुनाह साबित हुए।
जांच अधिकारी व थाना सिटी के सब इंस्पेक्टर पर¨मदरजीत कौर ने बताया कि उनके द्वारा उक्त मामले की गहनता से जांच करके हुए मामले का पता लगाया जा रहा है व आज आरोपित को कोर्ट में पेश करके रिमांड हासिल किया जाएगा।