हलवाई नहीं मान रहे सरकार के आदेश, बिना एक्सपायरी डेट लिखे बिक रही मिठाई
सरकार ने लोगों को शुद्ध व गुणवत्ता से भरपूर मिठाई उपलब्ध करवाने के मकसद से एक अक्टूबर से मिठाई बेचने वाले दुकानदारों को डिस्पले मिठाई ट्रेय पर एक्सपायरी डेट लिखना जरूरी किया है।
संजीव बिंट्टू, बरनाला : सरकार ने लोगों को शुद्ध व गुणवत्ता से भरपूर मिठाई उपलब्ध करवाने के मकसद से एक अक्टूबर से मिठाई बेचने वाले दुकानदारों को डिस्पले मिठाई ट्रेय पर एक्सपायरी डेट लिखना जरूरी किया है। ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि त्योहारों के सीजन में मिठाई विक्रेता बड़ी मात्रा में मिठाइयां बनाकर स्टोर कर लेते हैं और उसे महीनों तक बेचते रहते हैं। ऐसी मिठाइयां खाकर लोग बीमार होते हैं। इससे बचने के लिए सरकार ने डिस्पले मिठाई ट्रेय पर एक्सपायरी डेट लिखना जरूरी किया है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि जिला बरनाला में हलवाई की कुछ दुकानों पर ऐसा नहीं हो रहा, बिना एक्सपायरी डेट लिखे मिठाइयां धड़ाधड़ बिक रहीं हैं। दुकानदार सरकार के नए नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। बताते चलें कि अभी तक स्वस्थ्य विभाग की टीम भी हलवाइयों की दुकानों पर चेकिंग की गई है और न ही उनकी तरफ से कोई कारवाई की गई है। मिठाई के दाम में तोल दिए जाते हैं डिब्बे
तहकीकात के दौरान यह भी मालूम पड़ा है कि अधिकांश दुकानदार मिठाई के साथ डिब्बे भी तोल देते हैं जबकि मिठाई तोलने के बाद उसे डिब्बे में भरना चाहिए। ऐसे में अगर मिठाई 500 रुपये किलोग्राम है तो डिब्बा भी पांच सौ रुपये किलोग्राम में ही पड़ता है। मिठाई का एक डिब्बा डेढ़ से लेकर दो सौ ग्राम तक होता है। एक किस्म से यह चोर बाजारी है। ---कोट्स--
एक अक्टूबर से मिठाई की डिस्पले ट्रेय पर एक्सपायरी डेट लिखना जरूरी है। ऐसा न करने वाले मिठाई विक्रेताओं के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की ओर से चेकिग शुरू की हुई है, जो नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। अभी तक उनकी तरफ से छह सैंपल लिए गए हैं, जिसमें दो सैंपल मिठाई, एक मसाला, एक पनीर का व एक दूध का सैंपल है।
अनिल वर्मा, फूड इंस्पेक्टर।