भाजपा ने नहीं निभाया गठबंधन : सुखबीर बादल
जागरण संवाददाता बरनाला केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानून के खिलाफ शिअद में रोष है सुखबीर
जागरण संवाददाता, बरनाला :
केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानून के खिलाफ शिअद ने पूरी तरह से मोर्चा खोल दिया है। नाखून मांस का रिश्ता खत्म होने व भाजपा गठबंधन से अलग होने के बाद मंगलवार को पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल बरनाला में बीबी प्रधान कौर गुरुद्वारा साहिब में पहुंचे। जहां उन्होंने पार्टी के वर्करों से कृषि कानून के खिलाफ एक अक्टूबर से शुरू किए गए किसान मार्च संघर्ष में जोरशोर से हिस्सा लेने के लिए कहा।
इस दौरान उन्होंने कहा कि एनडीए को बनाने वाले सबसे पहले प्रकाश सिंह बादल ही थे। सुखबीर बादल ने कहा कि कृषि विधेयकों को पारित कर केंद्र सरकार ने किसानों के साथ सरेआम धक्केशाही की है क्योंकि मोदी के पास बहुमत वाले 350 सांसद हैं। किसान संगठनों व अपने अन्य सहयोगी दलों से इस संबंध में कोई सलाह मशविरा नहीं किया गया जबकि शिअद ही किसानों की पार्टी हैं। एनडीए में एकमात्र किसानों की पार्टी शिअद से एक बार भी इस पर राय तक नहीं ली गई। उन्होंने कहा कि जब भाजपा ने हमारी आवाज नहीं सुनी तो हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्री के पद को ठोकर मारकर इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद भी केंद्र की मोदी भाजपा ने सुनवाई नहीं की, इसलिए हमने गठबंधन तोड़ा हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के समर्थन का ड्रामा कर रही है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने इन विधेयकों को अपने घोषणापत्र में रखा था। लोकसभा में मतदान के समय भी कांग्रेस व आम आदमी पार्टी आप ने विरोध में वोट करने की जगह उससे किनारा कर लिया। उन्होंने कहा कि आप कांग्रेस की ही बी टीम है। कृषि विधेयकों को पारित करवाने के लिए डेढ़ साल से कार्यवाही चल रही थी। प्रधानमंत्री ने सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बैठक की थी। इन मुख्यमंत्रियों में पंजाब से कैप्टन अमरिदर सिंह भी थे। उन्होंने उस समय इन विधेयकों के विरोध में कोई आवाज नहीं उठाई थी। मुख्यमंत्री को अब भी एक विशेष सत्र बुलाकर इन विधेयकों का विरोध करना चाहिए।
इस अवसर पर शिअद नेता देविदर सिंह बीहला, संजीव शौरी, राजीव वर्मा रिपी, जितेंद्र जिम्मी, तेजिदर सिंह सोनी जागल, यादविदर बिट्टू दीवाना आदि उपस्थित थे।
अपने भाषण के दौरान सुखबीर बादल केवल मोदी भाजपा का नाम लेकर कोसते केवल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह,दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल, आप सांसद भगवंत मान को ही रहे। सुखबीर बादल ने शिअद नेता दविदर सिंह बीहला, संजीव शौरी से कहा कि एक अक्टूबर को कोई भी शिअद का वर्कर अपने घर पर नहीं होना चाहिए जो वर्कर किसान मार्च में शामिल नहीं होगा वह न ही शिअद का होगा व न ही किसान का होगा।
उन्होंने कहा कि जिला बरनाला से एक हजार से अधिक गाड़ियों का काफिला लेकर किसान मार्च में शामिल होंगे।