कंजक का पूजन कर माता दुर्गा की आराधना की
संवाद सहयोगी बरनाला शहर के विभिन्न मंदिरों में माता श्री दुर्गा जी के नवरात्रों में ज्वाला जी ज्योति लाई थी।
संवाद सहयोगी, बरनाला :
शहर के विभिन्न मंदिरों में माता श्री दुर्गा जी के नवरात्रों में ज्वाला माता से लाकर विराजमान की गई अखंड ज्योति को मंदिरों व घरों में नव कंजक पूजन के साथ संपन्न किया। शहर के गीटी वाला मंदिर, प्राचीन शिव मंदिर, नव दुर्गा माता मंदिर, श्री कृष्णा पंचायती मंदिर, श्री गणेश मंदिर, जंडा वाला मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों व घरों में हवनयज्ञ में पूर्णहुति ड़ाल दुर्गा अष्टमी के दिन विदा किया गया। इस अवसर पर श्री कृष्णा पंचायती मंदिर में हवनयज्ञ में पूर्णहुति डाल करके भारतीय सनातन धर्म महावीर दल के समूह सदस्यों द्वारा नवकंजक पूजन किया गया।
इस अवसर पर दल के अध्यक्ष राजीव मित्तल, संदीप मोदी, सीनियर सदस्य सुशील शीली, सेक्रेटरी राज कुमार, नरेश कुमार, राकेश कुमार, सोनू, पंडित श्री गणेश व समूह सदस्य उपस्थित थे। पूजन के लिए नही मिली कंजक
दुर्गा अष्टमी के दिन पूजन के लिए सुबह 6 बजे ही श्रद्धालु बाजारों, गली मोहल्लों व मंदिरों में कंजक पूजन के लिए घूमते नजर आए। कंजक पूजन के लिए श्रद्धालुओं को छोटी लड़कियों व कंजक को ढूंढने के लिए भीड़ उमड़ गई, ऐसे में महिलाएं आपस में अपने घर पहले ले जाने की जिद करने लगी। श्रद्धालुओं को कंजक पूजन के लिए एक घंटे तक का इंतजार करना पड़ा। गौरतलब हो कि जहां स्कूल लगने से छोटी लड़कियां स्कूल चली गई, वहीं कई लोगों ने तो सुबह छह बजे ही पूजन कर दिया। वहीं कई लोगों को कंजक पूजन के लिए कन्या बड़ी ही मुश्किल से मिली व अगर कोई कन्या मिलती थी तो उसको पूजन के लिए ले जाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई।
गौर हो कि कई श्रद्धालुओं को मंदिरों में जाकर कंजक पूजन करना पड़ा, तो किसी को स्कूलों व आगड़बाड़ी सेंटरों से बच्चियों को बुलाना पड़ा।