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आक्सीजन सप्लायर का जवाब, नहीं दे सकता सिविल अस्पताल बरनाला को आक्सीजन

सिविल अस्पताल बरनाला को प्रतिदिन करीब 50 सिलेंडर आक्सीजन की सप्लाई देने वाले राजपुरा के सप्लायर ने सिविल अस्पताल को आक्सीजन सप्लाई देने से मना कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 06:59 PM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 06:59 PM (IST)
आक्सीजन सप्लायर का जवाब, नहीं दे सकता सिविल अस्पताल बरनाला को आक्सीजन
आक्सीजन सप्लायर का जवाब, नहीं दे सकता सिविल अस्पताल बरनाला को आक्सीजन

हेमंत राजू, बरनाला

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सिविल अस्पताल बरनाला को प्रतिदिन करीब 50 सिलेंडर आक्सीजन की सप्लाई देने वाले राजपुरा के सप्लायर ने सिविल अस्पताल को आक्सीजन सप्लाई देने से मना कर दिया है। सप्लायर के ऐसा कहने से अस्पताल प्रशासन की सांस फूल गई हैं। इसकी पुष्टि सिविल सर्जन बरनाला डाक्टर हरिंदरजीत गर्ग ने की है। सप्लायर ने सप्लाई बंद करने के बारे में कुछ नहीं कहा है। मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में ला दिया गया।

उन्होंने बताया कि हालांकि सिविल अस्पताल बरनाला में जरूरी मात्रा में आक्सीजन सिलेंडर मौजूद है। जिले में कोरोना के एक्टिव केस 304 हैं। कोविड वैक्सीन कम है, इसलिए सेहत विभाग की एक टीम चंडीगढ़ वैक्सीन लेने गई है। 1800 मरीजों को रोजाना कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। रोजाना 20 से 30 लोग कोरोना पाजिटिव आ रहे हैं। ओपीडी रोज की तरह चल रही है। सरकारी हिदायतानुसार गैर जरूरी आपरेशन व सर्जरी अभी बंद है। कोरोना वायरस के एक वर्ष बाद भी जिले में इमरजेंसी हालातों से निपटने के लिए आईसीयू में वेंटिलेटर का कोई प्रबंध नहीं है। गंभीर हालात में मरीज को अन्य बड़े अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है।

जिला स्तर पर 50 बेड का कोविड सेंटर तैयार किया गया है, जिसमें कोरोना मरीजों का इलाज जारी है। रोजाना 400 से 500 लोगों के कोरोना टेस्ट करवाए जाते हैं। इसके अलावा 1800 से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाती है।

उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते महलकलां में 30 बैड का यूनिट तैयार किया गया है। अस्पताल में वेंटिलेटर व आइसीयू संबंधी सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में फिलहाल अस्पताल एल सुविधा वाला है, जहां वेंटिलेटर का इस्तेमाल नहीं किया जाता। एक एंबुलेंस 24 घंटे सेवा के लिए तैयार रहती है। ------------------ मामले के बारे में कुछ पता नहीं है। इस बारे में पता करवाकर मामले का हल निकाला जाएगा।

--तेजप्रताप फूलका, डीसी


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