एनएचएम सेहत कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि के पत्र की कापियां फूंकी
रेगुलर करने की मांग को लेकर स्थानीय सिविल अस्पताल में राष्ट्रीय सेहत कर्मियों ने किया प्रदर्शन।
संवाद सहयोगी, बरनाला
रेगुलर करने की मांग को लेकर स्थानीय सिविल अस्पताल में राष्ट्रीय सेहत मिशन तहत कार्यरत कच्चे सेहत मुलाजिमों द्वारा शुरु की हड़ताल शुक्रवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गई। शुक्रवार को राष्ट्रीय सेहत मिशन तहत कार्य करते डाक्टरों, स्टाफ नर्साें, एएनएम, लैब टेक्नीशियन सहित जिले के सैकड़ों सेहत मुलाजिमों ने पंजाब सरकार द्वारा जारी नाममात्र वेतन में नौ फीसदी वृद्धि के पत्र की प्रतियां फूंक रोष जाहिर किया। मुलाजिमों ने कहा कि वह पिछले 10-15 वर्षों से नाममात्र वेतन पर कार्य कर रहे हैं। इसलिए इस तरह के वेतन में बढ़ावे से वह बिलकुल सहमत नहीं हैं। सेहत कर्मियों ने मांग की कि उन्हें पूरे वेतन पर पक्का किया जाए। धरने को संबोधित करते एनएचएम इंप्लाइज यूनियन के जिला नेता कमलजीत कौर, सीएचओ संदीप कौर, डा. पूनम, अरूण, नवदीप सिंह, जुझार सिंह, गुरदीप सिंह, गुरजीत सिंह ने कहा कि उनकी मांग बिलकुल जायज है। धरने में सेहत कर्मियों की हिमायत में पहुंचे टेट पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन के प्रांतीय प्रधान सुखविदर सिंह ढिलवां, क्रांतिकारी किसान यूनियन के जिला उप प्रधान मनजीत राज, भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के प्रांतीय कोषाध्यक्ष सुरमुख सिंह, डेमोक्रेटिक मुलाजिम फेडरेशन के खुशविदर पाल, डीटीएफ के राजीव कुमार ने कहा कि सरकार की जिम्मेवारी बनती है कि वह सभी कच्चे मुलाजिमों को पक्का करे। कैप्टन अमरिदर सिंह ने चुनावों से पहले कच्चे कर्मियों को पक्का करने की मांग की थी कितु अब सरकार अपने वादे से भाग रही है। सेहत मुलाजिमों ने कहा कि उनके सभी मुलाजिमों ने तनदेही से मरीजों की सेवा की है। अब यदि उनकी हड़ताल से मरीजों को कोई परेशानी आती है तो इसका उन्हें अफसोस तो होगा कितु इसकी जिम्मेवार केवल पंजाब सरकार होगी। मुलाजिमों ने कहा कि जब तक उन्हें रेगुलर नहीं किया जाता तब तक हड़ताल इसी तरह जारी रहेगी।