Move to Jagran APP

सर्वेक्षण की तैयारी: नए वाहनों के लिए इस माह मिलेगी 50 लाख ग्रांट

स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान के तहत नगर कौंसिल बरनाला ने तैयारी कर ली है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 11:11 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 11:11 PM (IST)
सर्वेक्षण की तैयारी: नए वाहनों के लिए इस माह मिलेगी 50 लाख ग्रांट

सोनू उप्पल, बरनाला: स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान के तहत नगर कौंसिल बरनाला द्वारा जनवरी में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियां शुरू कर दी है। बेशक गत वर्ष नगर कौंसिल इस प्रतियोगिता में पिछड़ गया, परंतु इस बार तैयारियां जोरों पर चल रही है। शहर के 31 वार्डो में प्रतिदिन एकत्रित होने वाले करीब 40 टन कचरा उठाने व शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर नगर कौंसिल सजग हो गया है। नगर कौंसिल द्वारा 62 रेहड़ियां व 23 नए डंपर खरीदे जा चुके है। अब शहर में अंदरूनी व बाहरी क्षेत्रों में कचरे को उठाने के लिए 14 ई रिक्शा, चार थ्री व्हीलर टेंपो व एक ट्रैक्टर ट्राली का प्रस्ताव भेजा गया है, जो पास हो चुका है। नगर कौंसिल को उक्त वाहन खरीदने के लिए 50 लाख की ग्रांट इसी माह मिल जाएगी।

loksabha election banner

ऐसे काम करेंगे सभी वाहन

ई रिक्शा शहर के बड़े क्षेत्रों में लगाए जाएंगे, जहां अधिक कचरा पैदा होता है। इसमें पांच रेहिड़यां व हर दो वार्डो के लिए एक ई-रिक्शा काम करेगा, साथ ही टेपों की मदद से ओपन गार्बेज डंप से जल्द सफाई व कचरे को डंप तक पहुंचाने के काम लिया जाएगा। ट्रैक्टर ट्राली शहर की सफाई के बाद बिखरे कचरा को एकत्रित करके डंप में छोड़ने जाएगी। प्रोजेक्ट सराहनीय : वरुण

समाजसेवी वरुण वत्ता ने कहा कि नगर कौंसिल द्वारा वाहनों से कचरा के जल्द समाधान का प्रोजेक्ट बहुत ही सराहनीय है, इससे 40 टन कचरा उठाने में मदद मिलेगी। तेजी से होगी काम: सुरिदर

समाजसेवी सुरिदर मोहन कांसल ने कहा कि ई-वाहनों से कूड़े को एकत्रित करने वाले वाहनों की संख्या बढ़ेगी व गली मोहल्लों से कचरा जल्द से जल्द उठाई जा सकेगी। शहर बनेगा सुंदर: लक्ष्मण

सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान लक्ष्मण दास ने कहा कि अगर सफाई कर्मचारियों को ई-वाहन दिए जाएंगे, तो इससे सराहनीय बात और कोई नहीं है। इससे शहर की सुंदरता बढ़ेगी। ईओ बोले, शहरवासियों को मिलेगी राहत

नगर कौंसिल के ईओ सतीश कुमार गर्ग ने कहा कि 31 वार्डो में गंदगी का अंत होगा, तो वहीं कचरे को डंप तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। क्योंकि रेहड़ी की मदद से कचरे को गली मोहल्लों से उठाने में समय लग जाता है, जिससे पैदा होने वाले 40 टन कचरे में परेशानी आती है, लेकिन वाहनों की संख्या से गंदगी के समाधान में मदद मिलेगा, तो शहरवासियों को गंदगी से भी राहत मिलेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.