पुलिस के सामने भीड़ ने तोड़ा मोर्चरी का ताला, उठा ले गई युवक का शव, संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी मौत
संदिग्ध परिस्थितियों में एक युवक की मौत हो गई। शव को सिविल अस्पताल में रखा गया था लेकिन भीड़ ने मोर्चरी का ताला तोड़ा और शव को उठाकर ले गई।
जेएनएन, बरनाला। संधू पत्ती के 35 वर्षीय बलविंदर सिंह की मंगलवार देर रात हुई मौत के बाद किसानों व लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। पहले उन्होंने सिविल अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया और फिर अस्पताल के दरवाजे व खिड़कियां तोड़ दीं। डॉक्टरों को कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद भीड़ पुलिस के सामने मोर्चरी का ताला तोड़ बिना पोस्टमार्टम शव उठाकर साथ ले गई।
बलविंदर की मंगलवार को संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। शव सिविल अस्पताल में रखा गया। पोस्टमार्टम के लिए सीएमओ डॉ. गुरिंदरवीर सिंह व एसएमओ डॉ. तपिंदरज्योत कौशल के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम बनाई गई। स्वजन तुरंत पोस्टमार्टम की मांग करने लगे। हंगामा देख डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के लिए शव पटियाला भेजना चाहा तो परिजनों व लोगों ने सिविल सर्जन के दफ्तर के समक्ष धरना दे दिया व एसएमओ के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
भीड़ ने एसएमओ के कमरे को बाहर से ताला लगा दिया। इससे डॉक्टर व मीडिया कर्मी अंदर बंद हो गए। एसएमओ के कमरे का दरवाजा और गाड़ी तोड़ने की भी कोशिश हुई। एसएमओ ने एसएसपी व डीसी को फोन कर सुरक्षा मांगी। भीड़ के आगे पुलिस भी बेबस रही। इसके बाद भीड़ ने मोर्चरी का ताला तोड़ दिया और शव को अपने साथ ले गई।
घटना के बाद सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान कर दिया है और आज वीरवार से ओपीडी सेवाएं बंद हैं। एसएमओ डॉ. तपिंदरज्योत ने कहा कि सुरक्षा के लिए कई बार एसएसपी को लिख चुके हैं। प्रदर्शनकारियों ने गुंडागर्दी कर ताला जड़ दिया व मोर्चरी का ताला तोड़ शव लेकर फरार हो गए। पुलिस मामले में तमाशबीन बनी रही।
कोरोना योद्धा बने डॉक्टर खतरे में रहे
कोविड-19 में कोरोना योद्धा बने डॉक्टरों के सम्मान को लेकर केंद्र व राज्य सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है व 24 जून को डीसी तेज प्रताप सिंह फूलका द्वारा डॉक्टरों को सम्मानित करके बैच लगाए, परंतु पुलिस कर्मचारी कोरोना योद्धाओं को अपमानित करवा रहे हैं। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया गया है।
पुलिस पिकट के लिए कई बार लिखा है : एसएमओ
एसएमओ डॉक्टर तपिंदरज्योत कौशल ने कहा कि उनकी तरफ से पुलिस पिकट के लिए एसएसपी को कई बार लिखा जा चुका है। वहीं, आज उनको प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के समक्ष गुडागर्दी करते हुए ताला जड़ दिया व मोर्चरी का ताला तोड़ शव लेकर फरार हो गए, परंतु पुलिस ने माहौल को कंट्रोल नहीं किया व प्रदर्शनकारी गुडागर्दी करते रहे।
पुलिस तमाशबीन खड़ी देखती रहीं
सिविल अस्पताल के अंदर व बाहर करीब सैकड़ों पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की भीड़ आकर मोर्चा संभाल लिए, परंतु उधर डॉक्टरों का बोर्ड कमरे में ही बंद रहा व प्रदर्शनकारियों ने सैकड़ों पुलिस कर्मचारियों की भीड़ की मौजूदगी में मोर्चरी का ताला तोड़ शव को कार में डाल करके पुलिस के सामने लेकर फरार हो गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश नहीं की, मृतक के घर पीसीआर से सुरक्षा बढ़ा दी गई है व मृतक के परिवार को पोस्टमार्टम का भरोसा दिया गया है।