डीसी दफ्तर के सामने ईओ व कौंसिल प्रधान के खिलाफ प्रदर्शन
बरनाला नगर कौंसिल बरनाला के अधीन शहर के विकास कार्यों को करने के लिए करीब टेंडर रद किए।
संवाद सहयोगी, बरनाला : नगर कौंसिल बरनाला के अधीन शहर के विकास कार्यों को करने के लिए करीब दो करोड़ की लागत के टेंडर लगाए गए थे, परंतु शहर के स्थानीय ठेकेदारों द्वारा डाले टेंडर रद कर दिए गए थे। इस मामले को लेकर 14 ठेकेदारों ने डीसी को ज्ञापन सौंप कर नगर कौंसिल के ईओ सतीश गर्ग व प्रधान संजीव शौरी के खिलाफ नारेबाजी की।
इस मौके पर ठेकेदार वरिदर हैप्पी, बीरबल ठेकेदार व लव सहौरियां ने कहा कि नगर कौंसिल दो जनवरी को कुछ कार्यों के टेंडर निकाले थे, जिनमें करीब 10 टेंडर भरे गए थे। परंतु नगर कौंसिल के ईओ व प्रधान द्वारा अपने स्तर पर बिना किसी कारण बरनाला जिले के सात सभाओं के टेंडर कैंसिल कर दिए व जिला बठिडा से संबंधित अपने चहेतों तीन सभाओं को टेंडर सौंप दिए। उन्होंने कहा कि उक्त सभाओं के ठेकेदारों के साथ मिलकर नगर कौंसिल दफ्तर के अधिकारी करोड़ों रुपये का घपला कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन सभाओं के नगर कौंसिल दफ्तर द्वारा पहले ही प्रस्ताव डाल ब्लैक लिस्ट किया जा चुका है। 24 अक्टूबर 2019 में लिखा गया कि तीनों सभाएं काम ठीक नहीं करती हैं।
इस मोके पर ठेकेदार अशोक कुमार, शिव कुमार, शीतल लाल, सुरेंद्र कुमार, गुरदीप सिंह, नितिन कुमार, सुदर्शन कुमार, नवदीप सिंह नछत्तर सिंह आदि हाजिर थे।
डीसी तेज प्रताप सिंह फूलका ने कहा कि उनकी तरफ से ठेकेदारों की शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए एडीसी रुही दुग की ड्यूटी लगा दी है। उनकी तरफ से मामले में गहराई से जांच करवाई जाएगी। जबकि नगर कौंसिल के ईओ सतीश कुमार गर्ग ने कहा कि उनकी तरफ से कागजात में कमी पाए जाने पर नगर कौंसिल के अधिकार का इस्तेमाल करके टेंडर को रद्द किया गया है। उन्होंने अपने किसी भी चहेती किसी सभा को टेंडर नहीं दिए है।
नगर कौंसिल के प्रधान संजीव शोरी ने कहा कि उनकी तरफ से एमई व एसओ को रद्द टेंडर को लेकर नोटिस निकाल टेंडर रद का जबाव मांगा है। उनकी तरफ से सभी टेंडर को रद करके दोबारा से टेंडर लगवाएं जाएंगे।
नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन मक्खन शर्मा ने कहा कि कैप्टन की सरकार में किसी भी अधिकारी को भ्रष्टाचार नही करने देंगे व इस मामले को वह केवल सिंह ढिल्लों तक पहुचाएंगे व लोकल ठेकेदारों के साथ धक्का नहीं होने देंगे।