अधूरे प्रबंधों में बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस को लगाए चार चांद
संवाद सहयोगी, बरनाला : गत सप्ताह से मौसम विभाग द्वारा हल्की बारिश व आसमान में छाए बादलों को
संवाद सहयोगी, बरनाला : गत सप्ताह से मौसम विभाग द्वारा हल्की बारिश व आसमान में छाए बादलों को लेकर अलर्ट जारी किया गया था, जिसके बाद स्वतंत्रता दिवस से 5 दिन पहले दैनिक जागरण द्वारा भी मौसम की खराबी को लेकर प्रबंध के बारे में अलर्ट किया गया, परंतु जिला प्रशासन द्वारा इस तरफ कोई ध्यान नहीं देने के कारण स्वतंत्रता दिवस की सुबह 5 बजे शुरू हुई बारिश से काला महिर स्टेडियम में पानी की निकासी नहीं होने के कारण जलजमाव हो गया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर निकाली जाने वाली परेड व सलामी भी कैंसिल करनी पड़ी। नहीं की कीचड़ की परवाह
देश प्रेम की मिसाल स्वतंत्रता दिवस को लेकर विभिन्न स्कूलों मदर टीचर स्कूल बरनाला, तक्षशिला स्कूल बरनाला, वाईएस स्कूल बरनाला, सर्वहितकारी स्कूल बरनाला, पवन सेवा समिति बरनाला, बाबा गांधा ¨सह पब्लिक स्कूल, द्वारा तैयार किए सांस्कृतिक कार्यक्रम को पेश कर स्टेडियम में जमा पानी व कीचड़ की प्रवाह ना करते हुए उनके बीच ही प्रस्तुति कर स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम को चार चांद लगा देश प्रेम व सच्ची देश भक्ती की मिसाल पेश की व जिला प्रशासन द्वारा अधूरे प्रबंधों पर भी पर्दा डाल दिया। गौरतलब हो कि विगत 1 सप्ताह पहले हुई बारिश के कारण जिला प्रशासन को अनाज मंडी में रिहर्सल करवानी पड़ी थी, के बावजूद भी मौसम को लेकर किसी प्रकार के प्रबंध नहीं किए गए, जिस कारण स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हुई बारिश ने स्वतंत्रता दिवस समारोह को ग्रहण लगा दिया। यह तो विभिन्न स्कूलों द्वारा कड़ी मेहनत का नतीजा था, जो स्वतंत्रता दिवस सफलतापूर्वक रहा। परंतु फिर भी एक सवाल यह है कि जब जिला प्रशासन को मौसम विभाग द्वारा दिए अलर्ट व समाचार पत्रों द्वारा निकाले समाचार से जागरूक किया गया, के बावजूद भी प्रबंध नहीं किए गए। अधूरे प्रबंधों का क्या कारण रहा अब यह तो जिला प्रशासन ही बता सकता है। स्वतंत्रता दिवस के बाद वापिस जाते समय शहर की टूटी सड़कों, सड़कों में बने गड्ढे व गड्ढों में भरे पानी के बीच में से वाटर सप्लाई व सेनिटेशन कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना को गुजरना पड़ा, जो जिला बरनाला में हुए विकास की सबसे ताजा उदाहरण उनके सामने पेश हुई।
ना सुनने की शक्ति व न ही बोलने की शक्ति फिर भी देश प्रेम पवन सेवा समिति द्वारा बरनाला में चलाए जा रहे गूंगे बहरे स्कूल जिसमें ना तो बच्चों में सुनने की क्षमता है व ना ही बोलने की क्षमता है के बच्चों द्वारा आजादी दिवस के समारोह में एक कोरिओग्राफी पेश करके देश भक्ती की नई मिसाल पेश की है व बच्चों को हौंसला दिया।
डीसी बरनाला धर्मपाल गुप्ता ने कहा कि उनके द्वारा अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर पानीे की निकासी के लिए मशीने लगाई गई थी व उनके द्वारा खुद भी दौरा किया गया, परंतु मौके पर आई कुदरती आपदा को कौन रोक सकता है, परंतु फिर भी स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम सफल रहा।