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शिक्षा का निजीकरण रोकना है तो अध्यापकों को एकजुट होना होगा : गुरमीत सुखपुर

बरनाला डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट एसएसए रमसा अध्यापक यूनियन 5178 मास्टर काडर अध्यापक धरने पर बैठे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 03:39 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 03:39 PM (IST)
शिक्षा का निजीकरण रोकना है तो अध्यापकों को एकजुट होना होगा : गुरमीत सुखपुर
शिक्षा का निजीकरण रोकना है तो अध्यापकों को एकजुट होना होगा : गुरमीत सुखपुर

संवाद सूत्र, बरनाला : डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट, एसएसए रमसा अध्यापक यूनियन, 5178 मास्टर काडर अध्यापक यूनियन, 6505 ईटीटी अध्यापक यूनियन व 6060 अध्यापक यूनियन ने एक विशेष बैठक करने के बाद सरकार प्रति रोष जाहिर किया। इस दौरान गुरमीत सुखपुर व निर्मल चुहानके ने कहा कि सरकार ने बिजली बोर्ड, बीएसएनएल, वाटर सप्लाई का निजीकरण करना शुरु कर दिया है, वहीं अब सरकारी स्मार्ट स्कूलों को भी प्राइवेट हाथों में देने के रास्ते चल पड़ी है। सरकार के इस फैसले को रोकने के लिए अध्यापकों की एकजुटता बेहद जरुरी है। जिसके लिए अध्यापक संगठनों ने जालंधर में एक अक्तूबर को कन्वेशन रखी है। जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।

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इस अवसर पर मालविदर बरनाला, रघबीर चंद, अमृतपाल कोटदुना, लखवीर ठुल्लीवाल, जसवीर सिंह, परमजीत सिंह, सोहन सिंह, रघबीर सिंह, कर्मजीत कट्टू, हरविदर मूंम, राजिदर मूलोवाल के अलावा अन्य अध्यापक उपस्थित थे।


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