किसान संघर्ष में गिरफ्तार लंगर सेवा करने वाले सिंह रिहा होकर लौटे, सम्मानित किया
केंद्र सरकार पंजाब और सिखों को परेशान कर रही है जबकि सिखों का भारत की मुक्ति में सबसे बड़ा योगदान रहा है।
संवाद सहयोगी, बरनाला
केंद्र सरकार पंजाब और सिखों को परेशान कर रही है, जबकि सिखों का भारत की मुक्ति में सबसे बड़ा योगदान रहा है। अब दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों को गिरफ्तार किया जा रहा है और फिर उन्हें झूठे केसों के साथ जेल में डाल दिया जा रहा है। केंद्र सरकार संघर्ष को कमजोर करने के लिए झूठे आरोप लगाना चाहती है, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। यह बातें शिअद नेता कुलविदर सिंह व परगट सिंह फिरोजपुर ने कहीं। इस दौरान किसानी आंदोलन में भाग लेकर लौटे कस्बा धनौला गुरुद्वारा रामसर कमेटी के उपाध्यक्ष जगमेल सिंह, सचिव हरिदर सिंह ढींडसा और शिअद (अमृतसर) के प्रदेश अध्यक्ष किसान विग जसकरन सिंह काहन सिंह वाला, जत्थेदार गुरतेज सिंह असपाल कलां, जसप्रीत सिंह जस्सी आदि को सम्मानित किया गया। उन्हें दिल्ली पुलिस ने 28 जनवरी को डीडीए के मैदान में गिरफ्तार किया था, जो उन किसानों के लिए एक लंगर तैयार कर रहे थे, जो चल रहे किसानों के संघर्ष में हिस्सा लेने गए थे। सिंहों ने कहा कि 28 जनवरी को शाम 7.30 बजे हम संगत के लिए एक लंगर तैयार कर रहे थे, जब दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और ले गई। उन्हें मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन ले गए और झूठे आरोप में केस दर्ज करके रोहिणी जेल भेज दिया गया। इस अवसर पर झिरमल सिंह, सुरजीत सिंह, बलजीत सिंह, गुलाब सिंह, जसपाल सिंह और अन्य उपस्थित थे। -------------------
एससी दफ्तर के समक्ष किसानों का संघर्ष जारी
संवाद सहयोगी, बरनाला
गांव चीमां में शहरी फीडर व बिजली सप्लाई समेत विभिन्न मांगों को लेकर किसानों द्वारा लगातार छह माह से संघर्ष किया जा रहा है परंतु बिजली विभाग के कानों पर जूं तक नहीं सरक रही है। संघर्ष के बावजूद किसानों द्वारा समाधान नहीं होने के कारण फिर से समय-समय पर संघर्ष किया जा रहा है। गांव चीमां में शहरी फीडर व बिजली सप्लाई को लेकर भाई जीता सिंह मार्केट कचहरी चौक बरनाला में पक्का मोर्चा के तहत 13 दिनों से संघर्ष जारी है। 13वें दिन भी किसान का मोर्चा व धरना जारी रहा, जिसमें सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित हुए। अब धरना प्रदर्शन कर शांतमय संघर्ष कर रहे किसानो द्वारा भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के ब्लाक प्रधान बलौर सिंह छन्ना व जरनैल सिंह बदरा के नेतृत्व में 25 फरवरी समाधान के आश्वासन का समय पूरा होने पर बड़ा संघर्ष किया जाएगा व एससी दफ्तर का घेराव किया जाएगा।