सरकारी अस्पताल में चल रहा प्राईवेट लैब वालों का गोरखधंधा
दर्शन तनेजा, तपा, बरनाला सरकारी अस्पताल में ऐसे अधिकतर लोग आते हैं जिनके पास प्राईवेट अस्
दर्शन तनेजा, तपा, बरनाला
सरकारी अस्पताल में ऐसे अधिकतर लोग आते हैं जिनके पास प्राईवेट अस्पताल में इलाज करवाने के लिए रुपये नहीं होते। उनको फ्री
इलाज की सहूलियत सरकारी अस्पताल में दी जाती है। लेकिन, अस्पताल में कई प्रकार की सुविधाएं नहीं है, जिसमें से लैब टेस्ट भी है। मजबूरी में इनको लैब टेस्ट बाहर से करवाने पड़ते हैं। इलाज प्राईवेट अस्पताल के बराबर या मंहगा पड़ जाता है। तपा के अस्पताल में जो टेस्ट अस्पताल में नहीं होते, उन टेस्ट को डॉक्टर बाहर से करवाने के लिए लिख देते है, परंतु कुछ डॉक्टर तो कही से भी करवाने के लिए कह देते है। अस्पताल के बाहर प्राइवेट लैब वालों के का¨रदे जो कि अस्पताल के अंदर ही घूमते रहते हैं। लैब के मालिक अक्सर डॉक्टर के कैबिन मे बैठे दिखाई देते है, जो कि मरीज के डॉक्टर के कैबिन से बाहर निकलते ही पर्ची पकड़ कर अपनी लैब में साथ ले जाते है, मरीज को लैब वालों के डॉक्टर पास बैठे होने के कारण कि कहीं डॉक्टर उनका इलाज में देरी न कर दे, इस लिए उन्हें मजबूरी बस अपने टेस्ट उस लैब वाले से करवाने पड़ते है, जिससे उनका आर्थिक शोषण होता है, गरीब लोगों को उनका इलाज करवाना मजबूरी हो जाता है।
बैठने के लिए मना करते हैं
इस बारे में एक डॉक्टर ने अपना नाम न छापने की सूरत में बताया कि वह न तो किसी से कमिशन लेते है न ही किसी से लेंगे। वह अकसर ही लैब मालिकों को उनके पास नहीं बैठने के लिए कहते है परंतु वह फिर कैबिन के बाहर खड़े रहते है।
प्राइवेट लैब संचालक कर रहे मरीजों का शोषण
समाजसेवी जस¨वदर चठ्ठा ने कहा कि कुछ माह पहले लैब के जरिए हो रही मरीज लोगों की लूट के लिए कुछ शहर निवासियों को साथ लेकर लगातार विरोध किया था, जिसके कारण प्राईवेट लैब वाले जो कि पहले डॉक्टर के कैबिन में ही खून के सैंपल ले जाते थे, अब अस्पताल में घूमकर मरीजों का शोषण करते है। उन्होंने सिवल सर्जन बरनाला से मांग की कि सरकारी अस्पताल में मरीज का खर्च प्राईवेट अस्पताल से ज्यादा पड़ता है, इस पर नकेल कसी जाएं नहीं, तो वह शहर निवासियों को साथ लेकर फिर से संघर्ष करेंगे।
कार्रवाई की जाएगी
इस संबंधी एसएमओ डॉक्टर राज कुमार ने कहा कि वह कई बार इन लैब वालों को अस्पताल में नहीं आने के लिए कह चुके है,अब सख्ती से हिदायत दी जाएगी। वर्ना उन पर कारवाई की जाएगी। डाक्टरो को भी इन लैब वालों कैबिन मे नहीं घुसने दिया जाएगा।