किसानों ने बिजली संशोधन बिल 2020 को पास करवाने की कार्रवाई की निदा की
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया पक्का धरना 427वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया पक्का धरना 427वें दिन भी जारी रहा। तीन कृषि कानून रद होने के बाद के घटनाक्रम के मद्देनजर कुछ धरनाकारी आगामी दिनों में किसान आंदोलन के खत्म होने की संभावना महसूस करने लगे हैं। इसलिए इस एतिहासिक आंदोलन में अपनी शमूलियत की यादें संभालने लगे हैं।
वक्ताओं ने बिजली संशोधन बिल 2020 को वर्तमान संसद में पास करवाने के लिए सूचिबद्ध करने की कार्रवाई की सख्त शब्दों में निदा की है। नेताओं ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की लीडरशिप से ही 11 चरणों की बातचीत के दौरान सरकार ने वादा किया था कि बिजली संशोधन बिजल 2020 को कानूनी रूप नहीं दिया जाएगा। इस बिल को कानून बनाने के लिए सूचिबद्ध करना उस वादे की वादाखिलाफी है। यह बिल किसानों, खेत मजदूरों व समाज के अन्य कमजोर वर्गों को मिलने वाली सब्सिडी को बंद करने का रास्ता है व बिजली क्षेत्र का पूरी तरह निजीकरण करने की तरफ बड़ा कदम होगा। नेताओं ने कहा कि यह बिल खेती सेक्टर के लिए बेहद खतरनाक हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार तुरंत इस बिल की योजना को वापस ले। बलवंत सिंह, करनैल सिंह, जसवंत कौर, नछतर सिंह, मेला सिंह, प्रेमपाल कौर, गुरनाम सिंह, बलजीत कौर, बाबू सिंह, गुरदेव सिंह, बलवीर कौर, धर्मपाल कौर ने कहा कि सरकार कर्जा माफी के मामले को गंभीरता से ले व किसानों के कर्ज माफ करे। राजविदर सिंह मल्ली ने कविश्री गायन से पंडाल में जोश भरा। प्रेमपाल कौर ने धरनाकारियों से मिलकर समूह गायन किया।