पराली जलाने के मामले में भेजे नोटिस को किसानों ने लगाई आग
बरनाला कस्बा शैहना में भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल व पंजाब किसान यूनियन के सैकड़ों किसानों द्वारा शैहना के पटवारखाने से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा पराली जलाने के मामले में भेजे नोटिस जलाकर रोष प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के ब्लॉक वाइस प्रधान गुरविदर सिंह व पंजाब किसान यूनियन के ब्लाक प्रधान सुखदेव सिंह बाठ ने बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा किसानों को पराली जलाने के मामले में हजारों रुपयों का जुर्माना लगाकर भेजा गया है जिसको किसानों द्वारा किसी भी हाल में भरा नहीं जाएगा।
जागरण संवाददाता, बरनाला : कस्बा शैहणा में भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल व पंजाब किसान यूनियन के सैकड़ों किसानों द्वारा शैहणा के पटवारखाने से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा पराली जलाने के मामले में भेजे नोटिस जलाकर रोष प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के ब्लॉक वाइस प्रधान गुरविदर सिंह व पंजाब किसान यूनियन के ब्लाक प्रधान सुखदेव सिंह बाठ ने बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा किसानों को पराली जलाने के मामले में हजारों रुपयों का जुर्माना लगाकर भेजा गया है, जिसको किसानों द्वारा किसी भी हाल में भरा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब सरकार द्वारा उक्त नोटिस को वापस नहीं लिया गया तो बड़ा संघर्ष किया जाएगा। किसानों को प्रति एकड़ 2500 जुर्माना के नोटिस दिए गए हैं। जिसमें 2 एकड़ से कम किसानों को 2500 प्रति एकड़, 5 एकड़ से कम किसानों को 5000 व 5 एकड़ से अधिक जमीन वाले किसानों को 15000 जुर्माने का नोटिस निकाला गया है।
इस मौ के पर उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा किसानों को पराली के प्रबंधन को लेकर किसी भी प्रकार की सहायता व मशीनरी उपलब्ध नहीं करवाई, और न हीं किसानों को 6000 प्रति एकड़ मुआवजा दिया गया। जिस कारण किसानों में इस बात को लेकर रोष है व अगर सरकार द्वारा किसानों के साथ धक्का शाही की गई तो पंजाब स्तर पर संघर्ष किया जाएगा।
इस अवसर पर सतनाम सिंह, जगतार सिंह, मलकीत सिंह, किशन सिंह, जरनैल सिंह, चरणजीत सिंह, दर्शन सिंह, बूटा सिंह, मलकीत सिंह, बग्गा सिंह, टीटू सिंह, दर्शन सिंह आदि उपस्थित थे। पटवारी परमिदर सिंह ने कहा कि पराली जलाने के मामले में किसानों को नोटिस नायब तहसीलदार की तरफ से भेजे गए हैं। उनकी तरफ से तो सरकारी आदेशों की पालना की गई है।