बस स्टैंड बरनाला में मुसाफिरों के लिए बना एंट्री गेट हमेशा के लिए बंद
बस स्टैंड में खानेपीने की दुकानों से लेकर अन्य ठेका ना चढ़ने के कारण लाखों का नुकसान से परेशान नगर सुधार ट्रस्ट द्वारा बस स्टैंड बरनाला में मुसाफिरों के लिए बना एंट्री गेट हमेशा के लिए बंद कर दिया है।
संवाद सहयोगी बरनाला : बस स्टैंड में खानेपीने की दुकानों से लेकर अन्य ठेका ना चढ़ने के कारण लाखों का नुकसान से परेशान नगर सुधार ट्रस्ट द्वारा बस स्टैंड बरनाला में मुसाफिरों के लिए बना एंट्री गेट हमेशा के लिए बंद कर दिया है। एंट्री गेट बंद कर ट्रस्ट की तरफ से छोटा गेट से मुसाफिरों को गुजरने के लिए रास्ता दिया है व लोगों की आवाजाही के लिए पैदल गुजरने के लिए ही रास्ता छोड़ा गया है। लेकिन अब बस स्टैंड में ना तो ई-रिक्शा, ना ऑटो व ना ही साइकिल रिक्शा दाखिला हो सकते हैं, तो वहीं मुसाफिरों को अपने वाहनों को दाखिल होने से पहले 10 रूपया से 20 रूपया देना होगा।
--रेहड़ी चालकों द्वारा अवैध कब्जा से लाखों का नुकसान-
-ईओ रविदर कुमार ने कहा कि बस स्टैंड बरनाला में पार्किग का ठेका 5 साल के बाद हुआ है। बस स्टैंड के चारों तरफ रेहड़ी चालकों के अतिक्रमण के कारण बस स्टैंड के ठेका ना चढ़ने के कारण ट्रस्ट को लाखों का नुकसान होने से सरकार के खजाने पर असर हुआ। जिस कारण नगर सुधार ट्रस्ट द्वारा रेहड़ी को हटा वहां पर पैनी नजर बना गेट भी बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब गेट हमेशा के लिए बंद रहेगा। क्योंकि ठेका ना चढ़ने के कारण लाखों का नुकसान ट्रस्ट को झेलना पड़ रहा है। --ई-रिक्शा चालक कर चुके है प्रदर्शन-
-गौर हो कि बस स्टैंड में दाखिल होने को लेकर छोटे गेट को वेल्डिग कर बंद को लेकर ई रिक्शा ऑटो रिक्शा चालकों द्वारा प्रदर्शन किया जा चुका है व धरना लगा चक्का जाम कर दिया था। प्रदर्शनकारी ई रिक्शा ऑटो रिक्शा चालकों द्वारा बस स्टैंड के मुख्य गेट पर जाम लगाने के कारण बसों की आवाजाही ठप होने पर ट्रांसपोर्टरों व बस चालकों में झड़प हो गई थी।
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