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बढ़ रही सर्दी से ठिठुरने लगे बच्चे, सरकारी स्कूलों में नहीं आई वर्दी

बढ़ रहे कोहरे में ठिठुर रहे बच्चे सरकारी स्कूलों में बच्चों को नहीं मिली सर्दी की वर्दीबढ़ रहे कोहरे में ठिठुर रहे बच्चे सरकारी स्कूलों में बच्चों को नहीं मिली सर्दी की वर्दीबढ़ रहे कोहरे में ठिठुर रहे बच्चे सरकारी स्कूलों में बच्चों को नहीं मिली सर्दी की वर्दीबढ़ रहे कोहरे में ठिठुर रहे बच्चे सरकारी स्कूलों में बच्चों को नहीं मिली सर्दी की वर्दी

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 06:17 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 06:17 PM (IST)
बढ़ रही सर्दी से ठिठुरने लगे बच्चे, सरकारी स्कूलों में नहीं आई वर्दी
बढ़ रही सर्दी से ठिठुरने लगे बच्चे, सरकारी स्कूलों में नहीं आई वर्दी

सोनू उप्पल, बरनाला : प्रदेश में नवंबर की शुरुआत से मौसम ने अपना मिजाज बदल लिया है, पारा प्रतिदिन नीचे गिरना शुरू हो गया है। प्रदेश में घट रहे तापमान के कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले अनुसूचित जाति के बच्चों को सर्दी से बचने के लिए दी जाने वाली वर्दी लेने के लिए उनके खातो में छह सौ रुपये डालने का फैसला लिया है।

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गौरतलब हो कि जहां प्रदेश सरकार द्वारा विगत वर्ष सर्दी के अंत में बच्चों वर्दी मुहैया करवाई थी, वहीं इस बार नई पॉलिसी लागू की गई है, जिसके तहत बच्चों के खाते में वर्दी के लिए 600 रुपये डाले जाएंगे। परंतु सर्दी की शुरुआत को 20 दिन हो चुके हैं, ऐसे में सरकारी स्कूलों में बच्चे चप्पल व गर्मी के कपड़ों में आने को मजबूर हैं। गौर हो कि हालात तो ऐसे में बच्चे शर्ट के नीचे से शर्ट पहन सर्दी से बचाव कर रहे हैं। जिला बरनाला में एक भी सरकारी स्कूल में न तो सर्दी की वर्दी व न ही खरीदारी के लिए खातों में एक भी पैसा आया है।

गौर हो कि जिले में ऐसे कुल 119 एलीमेंट्री स्कूल हैं, जिनमें हजारों की संख्या में जरूरतमंद परिवार के बच्चे पढ़ते हैं।

सरकारी हाई स्कूल जुमला मालकाना, जुमला मालकाना एलीमेंट्री स्कूल व सरकारी प्राइमरी स्कूल होस्टल के बच्चों से बातचीत की गई तो हरमन, कर्णवीर, मनीष, गुरप्रीत व गगन, सुखमन, गुरलीन, तुषार ने बताया कि उनके माता-पिता मजदूरी करते हैं व उनके पास अच्छे स्कूल में पढ़ाने व वर्दी खरीदने के लिए रुपये नहीं होने के कारण वह सरकारी स्कूलों से ही शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष की वर्दी व बूट टूट जाने के कारण वह इसी वर्दी में स्कूल आने को मजबूर हैं। सरकार की तरफ से अभी ग्रांट नहीं मिली है : डीईओ

डीईओ सेकेंडरी स्कूल राजवंत कौर व डीईओ एलीमेंट्री म¨नदर कौर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सर्दी के लिए वर्दी मुहैया करवाने के लिए ग्रांट इस बार सीधे नहीं देने के कारण वर्दी के रूपए बच्चों के खाते में डालने की बात कही है, वह इस बारे में वह कुछ नहीं कह सकते। प्रदेश सरकार हर तरफ से हुई फेल : शैंटी

भाजपा के जिला प्रधान याद¨वदर शैंटी ने कहा कि प्रदेश सरकार हर तरफ से पूरी तरह से फेल हो चुकी है। उन्होने कहा कि विगत वर्ष भी बच्चों को सर्दी गुजरने के बाद वर्दी मुहैया करवाई गई थी। शहीद भगत ¨सह नगर में सरकारी स्कूल में वर्दी नही मुहैया होने के कारण बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ा व आसपास के लोगों द्वारा जरूरतमंदों को वर्दी मुहैया करवाई गई। प्रदेश सरकार का हर काम में निकला जलूस : मीत हेयर

आप के विधायक गुरमीत ¨सह मीत हेयर ने कहा कि प्रदेश सरकार का सरकारी स्कूलों की हालत व बच्चों की सुविधा के मामले में बुरा हाल हो चुका है। उन्होने कहा कि उनके द्वारा विधानसभा में उक्त मामले पर सवाल भी किया गया था कि 400 रुपये में बच्चे किस प्रकार सर्दी की वर्दी खरीद पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बच्चों को वर्दी मुहैया ना करवाना बहुत ही निंदनीय है, सर्दी के बाद वर्दी के रुपये या वर्दी देने का क्या फायदा। सरकारी स्कूलों में बच्चे बीमार होने के कगार पर हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विगत सरकार की तरह लूट नीति अपना प्रदेश को लूट रही है।


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