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Barnala: 30 मिनट साइकिलिंग करने से नर्वस सिस्टम होगा बेहतर, ज्यादा सक्रिय रहेगा ब्रेन

हेमंत ने बताया कि साइकिल चलाना वाकई एक अच्छा व्यायाम है। इससे न ही कोई प्रदूषण होता है और न ही पर्यावरण को हानि पहुंचती है। लग्जरी गाड़ियों के बीच अपनी पहचान स्थापित करने वाली साइकिल ने कोरोना में साबित कर दिया कि साइकिलिंग कितनी जरूरी है।

By Jagran NewsEdited By: Gurpreet CheemaSat, 27 May 2023 09:57 AM (IST)
Barnala: 30 मिनट साइकिलिंग करने से नर्वस सिस्टम होगा बेहतर, ज्यादा सक्रिय रहेगा ब्रेन
30 मिनट साइकिलिंग करने वाले व्यक्ति का ब्रेन सामान्य आदमी की तुलना में ज्यादा सक्रिय रहता है।

बरनाला, जागरण संवाददाता। स्वस्थ्य रहने के लिए जितना जरूरी अच्छा खान-पान है, उतना ही व्यायाम करना भी है। व्यायाम में साइकिलिंग एक बेस्ट ऑप्शन माना जाता है। साइकिल चलाने से स्वास्थ्य को काफी लाभ मिलता है। इसी संदर्भ में दैनिक जागरण ने बरनाला साइिकलिंग क्लब के हेमंत राजू से बातचीत की। हेमंत ने बताया कि साइकिल चलाना वाकई एक अच्छा व्यायाम है।

इससे न ही कोई प्रदूषण होता है और न ही पर्यावरण को हानि पहुंचती है। भले ही ये मुझे लग्जरी गाड़ियों जैसा सुख न देती हो लेकिन फिर भी मैं आज करोड़पतियों और अरबपतियों जैसा स्टेटस रखता हूं। वो इसलिए क्योंकि साइकिल स्वास्थ्य का ख्याल रखती है।

उन्होंने कहा कि लग्जरी गाड़ियों के बीच अपनी पहचान स्थापित करने वाली साइकिल ने कोरोना काल में साबित कर दिया कि स्वस्थ्य रहने के लिए साइकिलिंग काफी जरूरी है। यह बात अब फिर से लोगों को समझ में आ रही है और साइिकल उनकी पसंद बनती जा रही है। आज लोग साइिकल चलाकर अपना खूब पसीना बहा रहे है। जिसका उन्हें फायदा भी मिल रहा है।आइए जानते है साइकिलिंग के वो फायदे जो आपको चौंकाते तो है ही बल्कि आपको होने वाले कई गंभीर रोगो की संभावना को भी काफी हद तक कम कर देते हैं।

3 लाख की साइकिल भी खरीद रहे लोग

बरनाला साइिकलिंग क्लब में 50 सदस्य पिछले सात साल से प्रतिदिन सुबह पांच से आठ बजे तक 30 से 50 किलोमीटर साइकिलिंग करते हैं। खास बात ये है कि इन सदस्यों के पास 25 हजार रूपये से लकर तीन लाख रूपये तक साइकल है।

साइकिल चलाने से नर्वस सिस्टम रहता है बेहतर

साइिकलिंग क्लब बरनाला के प्रधान राहुल मेनन ने बताया कि 30 मिनट साइकिलिंग करने वाले व्यक्ति का ब्रेन सामान्य आदमी की तुलना में ज्यादा सक्रिय रहता है। इस अवधि की साइकिलिंग से ब्रेन पावर में करीब 15 से 20 प्रतिशत का इजाफा होता है क्योंकि साइकिलिंग से नर्वस सिस्टम बेहतर रहता है। जिसका कई रोगों में फायदा मिलता है।

करीब आधा घंटा साइकिल चलाने से 600 कैलोरी बर्न होती है। जिसके बाद खून की नसों में जमने वाला कोलेस्ट्रोल घट जाता है। परिणाम स्वरूप पसीने के जरिए निकले हानिकारक तत्वों से फालिश और हार्ट डिजीज का भी खतरा कम हो जाता है।

साइकिलिंग से कई बीमारियां रहेंगी दूर

नर्वस सिस्टम से संबंधित बीमारियों में साइकिलिंग से मरीज को खास आराम मिलता है। ऐसा हम नहीं बल्कि डॉक्टरों का कहना है। दरअसल, बरनाला के ही डॉक्टर पुनीत ने बताया कि आधे घंटे की साइकिलिंग उम्र भी बढ़ाती है। यह बात शोध के जरिए सिद्ध हुई है। साइकिलिंग के दौरान निकलने वाले पसीने के जरिए शरीर से नमक सहित कई हानिकारक तत्व बाहर निकलते हैं। इसके साथ ही साथ ही नर्वस सिस्टम को बेहतर रहता है। जिससे शरीर में होने वाली कई गंभीर बीमारियां स्वयं ही दूर होने लगती हैं।

काफी समय से साइकिलिंग कर रहे तरूण कांसल की मानें तो उन्होंने कोरोना काल के दौरान कई लोगों ने उनके साथ साइकिलिंग भी शुरू की थी। चुस्त दुरूस्त रहने के लिए साइकिलिंग बहुत जरूरी है। तरूण खुद तो साइकिलिंग करते ही हैं, इसी के साथ वे और भी लोगों को साइकिल चलाने को लेकर प्रेरित करते हैं।