स्कूल खुलवाने के लिए रोष प्रदर्शन
भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा द्वारा कोरोना की आड़ में बंद किए स्कूल खुलवाने के लिए शनिवार को अनाज मंडी महलकलां में किसानों स्कूली बच्चों के अभिभावकों स्कूल विद्यार्थियों ने एकजुट होकर रोष-प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, बरनाला
भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा द्वारा कोरोना की आड़ में बंद किए स्कूल खुलवाने के लिए शनिवार को अनाज मंडी महलकलां में किसानों, स्कूली बच्चों के अभिभावकों, स्कूल विद्यार्थियों ने एकजुट होकर रोष-प्रदर्शन किया। रैली को संबोधित करते गुरदेव सिंह मांगेवाल, जुगराज सिंह हरदासपुरा, अमनदीप सिंह रायसर, मलकीत सिंह ईना, नानक सिंह अमला सिंह वाला ने कहा कि सरकार बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित करना चाहती है। स्कूल, कालेज बंद किए हुए हैं। विधानसभा चुनाव का दौर जारी हैं। बाजार खुले हैं। बसों, रेलों में पूरी भीड़ रहती है। शराब के ठेके, होटल सभी खुले हैं। कोरोना केवल स्कूलों में क्यों फैल रहा है।
वक्ताओं ने कहा कि कोरोना तो महज एक बहाना है, असल में निशाना कुछ ओर है। गरीब किसान, मजदूर पहले ही दो वक्त की रोटी का गुजारा मुश्किल से करते हैं, वह अपने बच्चों को महंगे एंड्रायड फोन व नेट पैक कहां से लाकर देंगे। विद्यार्थियों के लिए मुफ्त व उच्च शिक्षा का बुनियादी अधिकार हाकमों ने अपने मनोरथ से गायब कर दिया है। नेता अमरजीत सिंह, जगतार सिंह, सोहन सिंह, प्रदीप कौर, अमरजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह ने 31 जनवरी को भाकियू एकता डकौंदा द्वारा की जा रही केंद्र सरकार के अर्थी फूंक मुजाहिरे में पहुंचने की अपील की। नेताओं ने चेतावनी देते कहा कि यदि तीन फरवरी तक स्कूल कालेज न खोले गए तो चार फरवरी को समूचे पंजाब में 12 से दो बजे तक दो घंटे मुकम्मल चक्का जाम किया जाएगा।